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New अक्षरं परमं ब्रह्म ज्योतीरूपं सनातनम् Status, Photo, Video

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White अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। सकल जीव जग दीन दुखारी॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} नाम निरूपन नाम जतन तें। सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(४) भावार्थ:- समस्त विकारों से मुक्त भगवान सभी के हृदय में रहते हैं फिर भी संसार के सभी जीव दीनहीन और दुःखी हैं। नाम के यथार्थ स्वरूप, महिमा, रहस्य और प्रभाव को जानकर श्रद्धा-पूर्वक नाम जपने से ब्रह्म उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस प्रकार रत्न की जानकारी होने से उसका मूल्य प्रकट हो जाता है। जय श्रीसीताराम जी!! जय श्री राधेकृष्ण जी!! N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #Thinking  White अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। 
सकल जीव जग दीन दुखारी॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
नाम निरूपन नाम जतन तें। 
सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(४)

भावार्थ:- समस्त विकारों से मुक्त भगवान 
सभी के हृदय में रहते हैं फिर भी संसार के 
सभी जीव दीनहीन और दुःखी हैं। नाम के 
यथार्थ स्वरूप, महिमा, रहस्य और प्रभाव 
को जानकर श्रद्धा-पूर्वक नाम जपने से 
ब्रह्म उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस 
प्रकार रत्न की जानकारी होने से उसका 
मूल्य प्रकट हो जाता है।
जय श्रीसीताराम जी!!
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine

#Thinking अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। सकल जीव जग दीन दुखारी॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} नाम निरूपन नाम जतन तें। सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(

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White अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। सकल जीव जग दीन दुखारी॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} नाम निरूपन नाम जतन तें। सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(४) भावार्थ:- समस्त विकारों से मुक्त भगवान सभी के हृदय में रहते हैं फिर भी संसार के सभी जीव दीनहीन और दुःखी हैं। नाम के यथार्थ स्वरूप, महिमा, रहस्य और प्रभाव को जानकर श्रद्धा-पूर्वक नाम जपने से ब्रह्म उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस प्रकार रत्न की जानकारी होने से उसका मूल्य प्रकट हो जाता है। जय श्रीसीताराम जी!! जय श्री राधेकृष्ण जी!! N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #Thinking  White अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। 
सकल जीव जग दीन दुखारी॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
नाम निरूपन नाम जतन तें। 
सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(४)

भावार्थ:- समस्त विकारों से मुक्त भगवान 
सभी के हृदय में रहते हैं फिर भी संसार के 
सभी जीव दीनहीन और दुःखी हैं। नाम के 
यथार्थ स्वरूप, महिमा, रहस्य और प्रभाव 
को जानकर श्रद्धा-पूर्वक नाम जपने से 
ब्रह्म उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस 
प्रकार रत्न की जानकारी होने से उसका 
मूल्य प्रकट हो जाता है।
जय श्रीसीताराम जी!!
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine

#Thinking अस प्रभु हृदयँ अछत अबिकारी। सकल जीव जग दीन दुखारी॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} नाम निरूपन नाम जतन तें। सोउ प्रगटत जिमि मोल रतन तें॥(

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