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रंग (Colours) किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का, तो कोई बैरागी बनकर घूमता, कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में, तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... कभी लाल, कभी नीला, कभी गुलाबी, कभी पीला, कभी बैंगनी, कभी भूरा, कभी नारंगी, कभी हरा, कभी खाकी, कभी धूसर, कभी स्यान, कभी सैलमन... ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती, ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती... कभी भाती है आँखों को, कभी मन इसे ओझल है करती... मानों सत्य से ऊपर है ये सभी, हमें ख़ुद में मिला जाती है... हमें सिखाती है तरसना अक्सर, ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... ........... ©अपनी कलम से

#colours #Colors #Colour #Color  रंग (Colours) 

किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





...........

©अपनी कलम से

#Color #Rang #colours #Colour #Colors @Arshad Siddiqui कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि" @BIKASH SINGH @vineetapanchal @pinky masrani h

19 Love

रंग (Colours) किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का, तो कोई बैरागी बनकर घूमता, कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में, तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... कभी लाल, कभी नीला, कभी गुलाबी, कभी पीला, कभी बैंगनी, कभी भूरा, कभी नारंगी, कभी हरा, कभी खाकी, कभी धूसर, कभी स्यान, कभी सैलमन... ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती, ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती... कभी भाती है आँखों को, कभी मन इसे ओझल है करती... मानों सत्य से ऊपर है ये सभी, हमें ख़ुद में मिला जाती है... हमें सिखाती है तरसना अक्सर, ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... ........... ©अपनी कलम से

#colours #Colors #Colour #Color  रंग (Colours) 

किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





...........

©अपनी कलम से

#Color #Rang #colours #Colour #Colors @Arshad Siddiqui कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि" @BIKASH SINGH @vineetapanchal @pinky masrani h

11 Love

#Phalsafa_e_zindagi #nojotohindi #nojotoapp #Trending

करवा चौथ❤️ #Phalsafa_e_zindagi #Nojoto #nojotoapp #nojotohindi #Trending #viral #Love "सीमा"अमन सिंह शायरा माही (पहाड़ी छोरी) Pyare

198 View

White मैं लिखता रहूंगा तब तक ,जब तक की तुम्हारे दिल में घर न कर जाऊं , तुम्हारे मन मस्तिष्क में छेद ना कर दूं , और तुम्हें थोड़ा सा पागल न कर दूं । ©Pyare ji

#hindi_diwas  White मैं लिखता रहूंगा तब तक ,जब तक की तुम्हारे दिल में घर न कर जाऊं , तुम्हारे मन मस्तिष्क में छेद ना कर दूं , और तुम्हें थोड़ा सा पागल न कर दूं ।

©Pyare ji

#hindi_diwas @Kajal jha (kaju) ख्वाहिश___... @SIDDHARTH.SHENDE.sid शायरा माही (पहाड़ी छोरी) वरुण तिवारी

24 Love

#Phalsafa_e_zindagi #GaneshChaturthi #nojotohindi #nojotoapp #Trending

गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ ❤️🙏 #Phalsafa_e_zindagi #nojotohindi #nojotoapp #Trending #Nojoto #viral #GaneshChaturthi #ganesha

1,152 View

White गुलाब खिल बेर मुरझैं जांछ जिसम जवानी तकै भल लागूंछ बुढ़ियन बघत सूकिल ल्वत झुरि जांछ। प्रेम समायी हूण चैंहैछ दिल से दिल में। पितौ पाणि चढ़ि सून द्वि दिन में बगि जांछ। असली नकली कौ भेद लै जरुरी छा, बिन पछ्याण प्रेम नी है स्कून, यैक्कै लीजि पपीहा को प्यास, आश आसमान छू। ©ऋतुराज पपनै "क्षितिज"

#कुमाऊनी #पहाड़ी #कविता #flowers #kumauni  White गुलाब खिल बेर मुरझैं जांछ
जिसम जवानी तकै भल लागूंछ बुढ़ियन बघत सूकिल ल्वत झुरि जांछ।
प्रेम समायी हूण चैंहैछ
दिल से दिल में।
पितौ पाणि चढ़ि सून 
द्वि दिन में बगि जांछ।
असली नकली कौ भेद लै जरुरी छा,
बिन पछ्याण प्रेम नी है स्कून,
यैक्कै लीजि पपीहा को प्यास,
आश आसमान छू।

©ऋतुराज पपनै "क्षितिज"

रंग (Colours) किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का, तो कोई बैरागी बनकर घूमता, कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में, तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... कभी लाल, कभी नीला, कभी गुलाबी, कभी पीला, कभी बैंगनी, कभी भूरा, कभी नारंगी, कभी हरा, कभी खाकी, कभी धूसर, कभी स्यान, कभी सैलमन... ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती, ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती... कभी भाती है आँखों को, कभी मन इसे ओझल है करती... मानों सत्य से ऊपर है ये सभी, हमें ख़ुद में मिला जाती है... हमें सिखाती है तरसना अक्सर, ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... ........... ©अपनी कलम से

#colours #Colors #Colour #Color  रंग (Colours) 

किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





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©अपनी कलम से

#Color #Rang #colours #Colour #Colors @Arshad Siddiqui कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि" @BIKASH SINGH @vineetapanchal @pinky masrani h

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रंग (Colours) किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का, तो कोई बैरागी बनकर घूमता, कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में, तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... कभी लाल, कभी नीला, कभी गुलाबी, कभी पीला, कभी बैंगनी, कभी भूरा, कभी नारंगी, कभी हरा, कभी खाकी, कभी धूसर, कभी स्यान, कभी सैलमन... ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती, ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती... कभी भाती है आँखों को, कभी मन इसे ओझल है करती... मानों सत्य से ऊपर है ये सभी, हमें ख़ुद में मिला जाती है... हमें सिखाती है तरसना अक्सर, ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... ........... ©अपनी कलम से

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किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





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करवा चौथ❤️ #Phalsafa_e_zindagi #Nojoto #nojotoapp #nojotohindi #Trending #viral #Love "सीमा"अमन सिंह शायरा माही (पहाड़ी छोरी) Pyare

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White मैं लिखता रहूंगा तब तक ,जब तक की तुम्हारे दिल में घर न कर जाऊं , तुम्हारे मन मस्तिष्क में छेद ना कर दूं , और तुम्हें थोड़ा सा पागल न कर दूं । ©Pyare ji

#hindi_diwas  White मैं लिखता रहूंगा तब तक ,जब तक की तुम्हारे दिल में घर न कर जाऊं , तुम्हारे मन मस्तिष्क में छेद ना कर दूं , और तुम्हें थोड़ा सा पागल न कर दूं ।

©Pyare ji

#hindi_diwas @Kajal jha (kaju) ख्वाहिश___... @SIDDHARTH.SHENDE.sid शायरा माही (पहाड़ी छोरी) वरुण तिवारी

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गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ ❤️🙏 #Phalsafa_e_zindagi #nojotohindi #nojotoapp #Trending #Nojoto #viral #GaneshChaturthi #ganesha

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White गुलाब खिल बेर मुरझैं जांछ जिसम जवानी तकै भल लागूंछ बुढ़ियन बघत सूकिल ल्वत झुरि जांछ। प्रेम समायी हूण चैंहैछ दिल से दिल में। पितौ पाणि चढ़ि सून द्वि दिन में बगि जांछ। असली नकली कौ भेद लै जरुरी छा, बिन पछ्याण प्रेम नी है स्कून, यैक्कै लीजि पपीहा को प्यास, आश आसमान छू। ©ऋतुराज पपनै "क्षितिज"

#कुमाऊनी #पहाड़ी #कविता #flowers #kumauni  White गुलाब खिल बेर मुरझैं जांछ
जिसम जवानी तकै भल लागूंछ बुढ़ियन बघत सूकिल ल्वत झुरि जांछ।
प्रेम समायी हूण चैंहैछ
दिल से दिल में।
पितौ पाणि चढ़ि सून 
द्वि दिन में बगि जांछ।
असली नकली कौ भेद लै जरुरी छा,
बिन पछ्याण प्रेम नी है स्कून,
यैक्कै लीजि पपीहा को प्यास,
आश आसमान छू।

©ऋतुराज पपनै "क्षितिज"
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