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Unsplash Life is full of opportunities. may the grace of God help us to dive into those that are profitable and worthy. ©Ben Jonas

#Quotes  Unsplash Life is full of opportunities. may the grace of God help us to dive into those that are profitable and worthy.

©Ben Jonas

Life in general

17 Love

White नजरें ना मिली अबतलक मुकद्दर से तो क्या, भगवान के चौखट पर रहने इंतजाम हो गया। वक्त तन्हाईयों में बीतकर कल शाम हो गया, बचते रहा ता उम्र सरीफी में मेरा नाम हो गया। अब यह जीद्द है कि किसी का मरहम बनूंगा, सबके नजर में हिमाएते- ए- सरेआम हो गया। चिराग जल गये अंधेरो में रास्ता दिखाई देता है, आज उनका मिलना जुलना खुलेआम हो गया। -----------संतोष शर्मा(कुशीनगर) दिनांक-27/10/2024 ©santosh sharma

#san  White नजरें ना मिली अबतलक मुकद्दर से तो क्या,
भगवान के चौखट पर रहने इंतजाम हो गया।

वक्त  तन्हाईयों में बीतकर  कल शाम हो गया,
बचते रहा ता उम्र सरीफी में मेरा नाम हो गया।

अब यह जीद्द है कि किसी का  मरहम बनूंगा,
सबके नजर में हिमाएते- ए- सरेआम हो गया।

चिराग जल गये अंधेरो में रास्ता दिखाई देता है,
आज उनका मिलना जुलना खुलेआम हो गया।

-----------संतोष शर्मा(कुशीनगर)
दिनांक-27/10/2024

©santosh sharma

#san poetry

12 Love

जीने की इक वजह मेरी तू ही तो था। तेरा ठुकरा के जाना यूँ तड़पा गया, नाम से जिसके मैं जी रही अब तलक, नाम उसके मर जाना मुझे आ गया। -✍️शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR

#SAD  जीने की इक वजह मेरी तू ही तो था।
तेरा ठुकरा के जाना यूँ तड़पा गया,
नाम से जिसके मैं जी रही अब तलक,
नाम उसके मर जाना मुझे आ गया।
                  -✍️शैलेन्द्र राजपूत

©HINDI SAHITYA SAGAR

poem

14 Love

Unsplash Life is full of opportunities. may the grace of God help us to dive into those that are profitable and worthy. ©Ben Jonas

#Quotes  Unsplash Life is full of opportunities. may the grace of God help us to dive into those that are profitable and worthy.

©Ben Jonas

Life in general

17 Love

White नजरें ना मिली अबतलक मुकद्दर से तो क्या, भगवान के चौखट पर रहने इंतजाम हो गया। वक्त तन्हाईयों में बीतकर कल शाम हो गया, बचते रहा ता उम्र सरीफी में मेरा नाम हो गया। अब यह जीद्द है कि किसी का मरहम बनूंगा, सबके नजर में हिमाएते- ए- सरेआम हो गया। चिराग जल गये अंधेरो में रास्ता दिखाई देता है, आज उनका मिलना जुलना खुलेआम हो गया। -----------संतोष शर्मा(कुशीनगर) दिनांक-27/10/2024 ©santosh sharma

#san  White नजरें ना मिली अबतलक मुकद्दर से तो क्या,
भगवान के चौखट पर रहने इंतजाम हो गया।

वक्त  तन्हाईयों में बीतकर  कल शाम हो गया,
बचते रहा ता उम्र सरीफी में मेरा नाम हो गया।

अब यह जीद्द है कि किसी का  मरहम बनूंगा,
सबके नजर में हिमाएते- ए- सरेआम हो गया।

चिराग जल गये अंधेरो में रास्ता दिखाई देता है,
आज उनका मिलना जुलना खुलेआम हो गया।

-----------संतोष शर्मा(कुशीनगर)
दिनांक-27/10/2024

©santosh sharma

#san poetry

12 Love

जीने की इक वजह मेरी तू ही तो था। तेरा ठुकरा के जाना यूँ तड़पा गया, नाम से जिसके मैं जी रही अब तलक, नाम उसके मर जाना मुझे आ गया। -✍️शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR

#SAD  जीने की इक वजह मेरी तू ही तो था।
तेरा ठुकरा के जाना यूँ तड़पा गया,
नाम से जिसके मैं जी रही अब तलक,
नाम उसके मर जाना मुझे आ गया।
                  -✍️शैलेन्द्र राजपूत

©HINDI SAHITYA SAGAR

poem

14 Love

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