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#Motivational #Sabka

#Sabka padhne ka tarika alag-alag hai

117 View

#वीडियो

ye pyara mausam

144 View

White मौसम तेरे गाँव का बड़ा सुहाना है यहीं पर शायद खुशी का ठिकाना है ©Anand Kumar ' Shaad '.

#शायरी  White मौसम तेरे गाँव का बड़ा सुहाना है
यहीं पर शायद खुशी का ठिकाना है

©Anand Kumar ' Shaad '.

mausam

18 Love

#कोट्स #Barsaat #mausam #boond  White इक मौसम की बरसात बाहर 
इक मेरे मन के भीतर होती हैं 

चली जाती है बरसात आकर 
बूंदों की झड़ी मुझे भिगोती है

©vineetapanchal
#Quotes #mausam

#mausam

99 View

#बरसात #शायरी #Barsaat #mausam #sawan  #बरसात 
हवा का झोंका चला भरा बादल लेकर
तब जाकर बारिश रिमझिम बूंदे लाती है 

सागर से उठी बूंद बादल संग उड़ कर 
नभ से गिर के पत्तों को नहला जाती है 

नदी नाले तालाब चलते सब मचल कर 
कड़ी धूप से तपती धरा सुकून पाती है 

बच्चे खुश होते काग़ज़ की कश्ती बनाकर 
झूम झूम के नाचते मस्ती खूब भाती है 

प्रकृति नव यौवना सी दिखती बरसात में
इंद्रधनुष के भी रंग नजर आते बरसात मे 

इन बूंदों ने छुआ जब मेरे तन को आकार
पलकों में बंद बूंद भी साथ बाहर आती है 

कितने सावन आए चले गए यूँ तरसा कर 
तेरी याद रह रह के हर बार मुझे रुलाती है

©vineetapanchal
#Motivational #Sabka

#Sabka padhne ka tarika alag-alag hai

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#वीडियो

ye pyara mausam

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White मौसम तेरे गाँव का बड़ा सुहाना है यहीं पर शायद खुशी का ठिकाना है ©Anand Kumar ' Shaad '.

#शायरी  White मौसम तेरे गाँव का बड़ा सुहाना है
यहीं पर शायद खुशी का ठिकाना है

©Anand Kumar ' Shaad '.

mausam

18 Love

#कोट्स #Barsaat #mausam #boond  White इक मौसम की बरसात बाहर 
इक मेरे मन के भीतर होती हैं 

चली जाती है बरसात आकर 
बूंदों की झड़ी मुझे भिगोती है

©vineetapanchal
#Quotes #mausam

#mausam

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#बरसात #शायरी #Barsaat #mausam #sawan  #बरसात 
हवा का झोंका चला भरा बादल लेकर
तब जाकर बारिश रिमझिम बूंदे लाती है 

सागर से उठी बूंद बादल संग उड़ कर 
नभ से गिर के पत्तों को नहला जाती है 

नदी नाले तालाब चलते सब मचल कर 
कड़ी धूप से तपती धरा सुकून पाती है 

बच्चे खुश होते काग़ज़ की कश्ती बनाकर 
झूम झूम के नाचते मस्ती खूब भाती है 

प्रकृति नव यौवना सी दिखती बरसात में
इंद्रधनुष के भी रंग नजर आते बरसात मे 

इन बूंदों ने छुआ जब मेरे तन को आकार
पलकों में बंद बूंद भी साथ बाहर आती है 

कितने सावन आए चले गए यूँ तरसा कर 
तेरी याद रह रह के हर बार मुझे रुलाती है

©vineetapanchal
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