tags

New सुखी परिवार कविता Status, Photo, Video

Find the latest Status about सुखी परिवार कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about सुखी परिवार कविता.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White आज के युग में सुख का मतलब आपकी आय छः अंको में है आपको डॉक्टर की जरूरत नहीं है आपको वकील की जरूरत नहीं है सबसे बड़ा सुखी रहने का मंत्र आपको जो प्राप्त है वहीं पर्याप्त है आप दूसरों के सुखों से दुखी नहीं है ©Dinesh Sharma Jind Haryana

#कोट्स  White आज के युग में सुख का मतलब
आपकी आय छः अंको में है 
आपको डॉक्टर की जरूरत नहीं है 
आपको वकील की जरूरत नहीं है
सबसे बड़ा सुखी रहने का मंत्र
आपको जो प्राप्त है वहीं पर्याप्त है
आप दूसरों के सुखों से दुखी नहीं है

©Dinesh Sharma Jind Haryana

सुखी#

16 Love

White अगर खुद के शौक से ज्यादा परिवार की खुशी की चिंता करते हो.... तो जिंदगी को समझ चुके हो तुम... ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#कविता #good_night  White अगर खुद के शौक से ज्यादा परिवार की खुशी की चिंता करते हो....
तो जिंदगी को समझ चुके हो तुम...

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#good_night परिवार

16 Love

White क्या होता है अपनों के न होने का दर्द? अपनों के न होने का दर्द बयां करती हूं, जिंदगी में एक अच्छा दोस्त ना होने के कारण दर्द बयां करती हूं l अपनी जिंदगी पूरे मौज में जी रही थी l कोई रोकने टोकने वाला नहीं था l इसलिए दर्द और भटकती जा रही थी l सुबह-सुबह उठकर जल्दी से जा रही थी, अचानक आवाज आई, पीछे अपना जैकेट तो ,ले लो मुझे लगा मेरी मां बोल रही हैl किचन से जिसके हाथों में सन आता होगा l क्या पता था? पीछे देखेगी तो वहां सिर्फ सन्नाटा होगाl जैन की आदत मेरी देर से रोज देर से जगती हूंl सुबह में जागते थे, पापा मेरे उन्हीं के यादों में सोती हूं। एक दिन आवाज आई अरे जाग जा कितनी देर सोएगी तुम्हें वक्त का पता नहीं लगा यह आवाज पापा जी का ही होगा मुझे क्या पता था? आंखें खोलकर देखूंगी तो खुला सिर्फ दरवाजा होगा। प्रतिदिन सुबह-सुबह पूजा करके,घंटी बजती थी। दादी मेरी, एक दिन सुन घंटी की आवाज को खुशी से झूम उठी बाहरआकर देखी मंदिर सूना पड़ा था। जो घंटी की आवाज सुनी थी, वह तो स्कूल वाला था । किस भूलूं किस याद करूं, यही सोच लिए तड़प रही हूं। कभी मन तो कभी, पापा व परिजनों को याद किए जा रहे हूं। किसी से नहीं कर सकती अपना दर्द बयां, इसलिए सभी दर्द छुपा कर चली जा रही हूं। चली जा रही हूं, चली जा रही हूं। ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है अपनों के न होने का दर्द?


अपनों के न होने का दर्द बयां करती हूं, 
जिंदगी में एक अच्छा दोस्त ना होने 
 के कारण दर्द बयां करती हूं l
अपनी जिंदगी पूरे मौज में जी रही थी l
कोई रोकने टोकने वाला नहीं था l
इसलिए दर्द और भटकती जा रही थी l


सुबह-सुबह उठकर जल्दी से जा रही थी,
अचानक आवाज आई, पीछे अपना 
जैकेट तो ,ले लो मुझे लगा मेरी 
मां बोल रही हैl किचन से जिसके 
हाथों में सन आता होगा l
क्या पता था? पीछे देखेगी 
तो वहां सिर्फ  सन्नाटा होगाl


जैन की आदत मेरी देर से  रोज देर 
से जगती हूंl सुबह में जागते थे, 
पापा मेरे उन्हीं के यादों में सोती हूं। 
एक दिन आवाज आई अरे जाग जा 
कितनी देर सोएगी तुम्हें वक्त का पता नहीं 
लगा यह आवाज पापा जी  का ही होगा 
मुझे क्या पता था? आंखें खोलकर देखूंगी तो
खुला सिर्फ दरवाजा होगा। 


प्रतिदिन सुबह-सुबह पूजा करके,घंटी बजती थी।
दादी मेरी, एक दिन सुन घंटी की आवाज 
को खुशी से झूम उठी बाहरआकर 
देखी मंदिर सूना पड़ा था।
जो घंटी की आवाज सुनी थी, 
वह तो स्कूल वाला था ।

किस भूलूं किस याद करूं, यही सोच लिए तड़प रही हूं। कभी मन तो कभी, पापा व परिजनों 
 को याद किए जा रहे हूं। किसी से नहीं 
कर सकती अपना दर्द बयां,
इसलिए सभी दर्द छुपा कर चली जा रही हूं।
चली जा रही हूं, चली जा रही हूं।

©Akriti Tiwari

परिवार पर कविता । कविता कोश

7 Love

#कविता #अपनी #विभा #करू #मन

#मन के भाव #करू मैं प्रेम मीरा सा #विभा सिंह बघेल परिवार #अपनी कविता

180 View

#विचार  संयुक्त परिवार इन्ही ईंटो की तरह होता है अगर एक भी ईंट इन ईंटो के बंधन से फिसल जाए तो यह टूटकर बिखर जाता है।

©Satish Kumar Meena

संयुक्त परिवार

90 View

#परिवार #Quotes  White एक रंगीन दुनिया,
 तुम्हारा साथ 
और जिंदगी भर का विश्वास

©Samiksha Chouhan

White आज के युग में सुख का मतलब आपकी आय छः अंको में है आपको डॉक्टर की जरूरत नहीं है आपको वकील की जरूरत नहीं है सबसे बड़ा सुखी रहने का मंत्र आपको जो प्राप्त है वहीं पर्याप्त है आप दूसरों के सुखों से दुखी नहीं है ©Dinesh Sharma Jind Haryana

#कोट्स  White आज के युग में सुख का मतलब
आपकी आय छः अंको में है 
आपको डॉक्टर की जरूरत नहीं है 
आपको वकील की जरूरत नहीं है
सबसे बड़ा सुखी रहने का मंत्र
आपको जो प्राप्त है वहीं पर्याप्त है
आप दूसरों के सुखों से दुखी नहीं है

©Dinesh Sharma Jind Haryana

सुखी#

16 Love

White अगर खुद के शौक से ज्यादा परिवार की खुशी की चिंता करते हो.... तो जिंदगी को समझ चुके हो तुम... ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#कविता #good_night  White अगर खुद के शौक से ज्यादा परिवार की खुशी की चिंता करते हो....
तो जिंदगी को समझ चुके हो तुम...

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#good_night परिवार

16 Love

White क्या होता है अपनों के न होने का दर्द? अपनों के न होने का दर्द बयां करती हूं, जिंदगी में एक अच्छा दोस्त ना होने के कारण दर्द बयां करती हूं l अपनी जिंदगी पूरे मौज में जी रही थी l कोई रोकने टोकने वाला नहीं था l इसलिए दर्द और भटकती जा रही थी l सुबह-सुबह उठकर जल्दी से जा रही थी, अचानक आवाज आई, पीछे अपना जैकेट तो ,ले लो मुझे लगा मेरी मां बोल रही हैl किचन से जिसके हाथों में सन आता होगा l क्या पता था? पीछे देखेगी तो वहां सिर्फ सन्नाटा होगाl जैन की आदत मेरी देर से रोज देर से जगती हूंl सुबह में जागते थे, पापा मेरे उन्हीं के यादों में सोती हूं। एक दिन आवाज आई अरे जाग जा कितनी देर सोएगी तुम्हें वक्त का पता नहीं लगा यह आवाज पापा जी का ही होगा मुझे क्या पता था? आंखें खोलकर देखूंगी तो खुला सिर्फ दरवाजा होगा। प्रतिदिन सुबह-सुबह पूजा करके,घंटी बजती थी। दादी मेरी, एक दिन सुन घंटी की आवाज को खुशी से झूम उठी बाहरआकर देखी मंदिर सूना पड़ा था। जो घंटी की आवाज सुनी थी, वह तो स्कूल वाला था । किस भूलूं किस याद करूं, यही सोच लिए तड़प रही हूं। कभी मन तो कभी, पापा व परिजनों को याद किए जा रहे हूं। किसी से नहीं कर सकती अपना दर्द बयां, इसलिए सभी दर्द छुपा कर चली जा रही हूं। चली जा रही हूं, चली जा रही हूं। ©Akriti Tiwari

#कविता  White क्या होता है अपनों के न होने का दर्द?


अपनों के न होने का दर्द बयां करती हूं, 
जिंदगी में एक अच्छा दोस्त ना होने 
 के कारण दर्द बयां करती हूं l
अपनी जिंदगी पूरे मौज में जी रही थी l
कोई रोकने टोकने वाला नहीं था l
इसलिए दर्द और भटकती जा रही थी l


सुबह-सुबह उठकर जल्दी से जा रही थी,
अचानक आवाज आई, पीछे अपना 
जैकेट तो ,ले लो मुझे लगा मेरी 
मां बोल रही हैl किचन से जिसके 
हाथों में सन आता होगा l
क्या पता था? पीछे देखेगी 
तो वहां सिर्फ  सन्नाटा होगाl


जैन की आदत मेरी देर से  रोज देर 
से जगती हूंl सुबह में जागते थे, 
पापा मेरे उन्हीं के यादों में सोती हूं। 
एक दिन आवाज आई अरे जाग जा 
कितनी देर सोएगी तुम्हें वक्त का पता नहीं 
लगा यह आवाज पापा जी  का ही होगा 
मुझे क्या पता था? आंखें खोलकर देखूंगी तो
खुला सिर्फ दरवाजा होगा। 


प्रतिदिन सुबह-सुबह पूजा करके,घंटी बजती थी।
दादी मेरी, एक दिन सुन घंटी की आवाज 
को खुशी से झूम उठी बाहरआकर 
देखी मंदिर सूना पड़ा था।
जो घंटी की आवाज सुनी थी, 
वह तो स्कूल वाला था ।

किस भूलूं किस याद करूं, यही सोच लिए तड़प रही हूं। कभी मन तो कभी, पापा व परिजनों 
 को याद किए जा रहे हूं। किसी से नहीं 
कर सकती अपना दर्द बयां,
इसलिए सभी दर्द छुपा कर चली जा रही हूं।
चली जा रही हूं, चली जा रही हूं।

©Akriti Tiwari

परिवार पर कविता । कविता कोश

7 Love

#कविता #अपनी #विभा #करू #मन

#मन के भाव #करू मैं प्रेम मीरा सा #विभा सिंह बघेल परिवार #अपनी कविता

180 View

#विचार  संयुक्त परिवार इन्ही ईंटो की तरह होता है अगर एक भी ईंट इन ईंटो के बंधन से फिसल जाए तो यह टूटकर बिखर जाता है।

©Satish Kumar Meena

संयुक्त परिवार

90 View

#परिवार #Quotes  White एक रंगीन दुनिया,
 तुम्हारा साथ 
और जिंदगी भर का विश्वास

©Samiksha Chouhan
Trending Topic