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#भक्ति #nojotohindi #leafbook #Bhakti  Unsplash "सत्यं तु सर्वदा ब्रूयात् नानृतं धर्मसंहितम्।
यः सत्यं त्यजते मोहात् स नरकं व्रजत्यधः॥"

©Jitendra Giri Hindu

अर्थात्: व्यक्ति को सदा सत्य बोलना चाहिए और धर्म की मर्यादा में रहना चाहिए। जो मोह या लोभवश सत्य को छोड़ देता है और झूठ बोलता है, वह पाप करक

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Unsplash "खामोशी का आईना" शहर की भीड़ से, कहीं दूर, सुकून के पल तलाशता हूं, शोरगुल की आगोश में खोया हुआ, मेरा अक्स, मेरी पहचान तलाशता हूं। न जाने कब और कहां, मेरे खयालों का जहां मिल जाए, इस उम्मीद में, खामोशी का आईना तलाशता हूं। ©Sandeep Kothar

#मानसिकस्वास्थ्य #आत्मविश्वास #सुकूनकीतलाश #जीवनयात्रा #आत्मज्ञान #मोटिवेशनल  Unsplash "खामोशी का आईना"

शहर की भीड़ से, कहीं दूर,
सुकून के पल तलाशता हूं,
शोरगुल की आगोश में खोया हुआ,
मेरा अक्स, मेरी पहचान तलाशता हूं।

न जाने कब और कहां,
मेरे खयालों का जहां मिल जाए,
इस उम्मीद में,
खामोशी का आईना तलाशता हूं।

©Sandeep Kothar

प्रिय पाठकों, मैं आपके साथ अपने दिल की गहराई से बात करना चाहता हूं। मेरी कविता में मैंने अपनी जीवन यात्रा को व्यक्त किया है, जो शहर की भीड़

19 Love

#कविता #love_shayari  White एक सवाल 
---------
एक सवाल देश से,
देश से नहीं,देश के नेताओं से,
आमजन को,
क्यों जाति, धर्म में बांटना चाहते है?
आखिर क्यों देश तोडना  चाहते  है?।
---
सत्ता किसी की स्थायी नहीं होती,
समय की धार में बहती रहती,
फिर क्यों उसे
 अपनी निजी सम्पत्ति समझते हों?
क्यों सत्ता के लिये धर्म जाति के,
तुष्टिकरण की राजनीति करते हों ?।
----
क्यों देश को अगड़े पिछड़े 
और भी कई टुकड़ों में में बाँट रहें हों?
 क्यों देश के अपराधियों,
 आतंकियों की ढाल बन रहें हों ?।
----
आखिर क्यों नहीं सोचते,
ज़ब देश रहेगा,तभी हम आप रहेंगे,
आज जिन्हें सत्ता के लिये पनाह दें रहें,
वही कल हमें विकट संताप देंगे,
हमारी धर्म संस्कृति को निगल जायेगे,
हमारे निशान भी सिर्फ इतिहास में नजर आयेंगे।
----
जिन जातियों की राजनीति कर रहें,
उन जातियों के निशान भी न रहेंगे,
हमारे धर्म संस्कृति संस्कार सब नष्ट होंगे।
----
अभी वक़्त हैं, संभल जाओ,
 महा विनाश को न बुलाओ
आतंकी दस्तक आज,हर तरफ सुनाई दें रहीं हैं,
चेतावनियो के स्वरों की अग्नि प्रज्जवलित हों रहीं हैं,
अराजकता की आग फैलने के पहले ही बुझाओ,
तुष्टिकरण की राजनीति छोड़ राष्ट्र रक्षा में जुट जाओ।

©IG @kavi_neetesh

#love_shayari एक सवाल --------- एक सवाल देश से, देश से नहीं,देश के नेताओं से, आमजन को, क्यों जाति, धर्म में बांटना चाहते है? आखिर क्यों दे

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#भक्ति #nojotohindi #leafbook #Bhakti  Unsplash "सत्यं तु सर्वदा ब्रूयात् नानृतं धर्मसंहितम्।
यः सत्यं त्यजते मोहात् स नरकं व्रजत्यधः॥"

©Jitendra Giri Hindu

अर्थात्: व्यक्ति को सदा सत्य बोलना चाहिए और धर्म की मर्यादा में रहना चाहिए। जो मोह या लोभवश सत्य को छोड़ देता है और झूठ बोलता है, वह पाप करक

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Unsplash "खामोशी का आईना" शहर की भीड़ से, कहीं दूर, सुकून के पल तलाशता हूं, शोरगुल की आगोश में खोया हुआ, मेरा अक्स, मेरी पहचान तलाशता हूं। न जाने कब और कहां, मेरे खयालों का जहां मिल जाए, इस उम्मीद में, खामोशी का आईना तलाशता हूं। ©Sandeep Kothar

#मानसिकस्वास्थ्य #आत्मविश्वास #सुकूनकीतलाश #जीवनयात्रा #आत्मज्ञान #मोटिवेशनल  Unsplash "खामोशी का आईना"

शहर की भीड़ से, कहीं दूर,
सुकून के पल तलाशता हूं,
शोरगुल की आगोश में खोया हुआ,
मेरा अक्स, मेरी पहचान तलाशता हूं।

न जाने कब और कहां,
मेरे खयालों का जहां मिल जाए,
इस उम्मीद में,
खामोशी का आईना तलाशता हूं।

©Sandeep Kothar

प्रिय पाठकों, मैं आपके साथ अपने दिल की गहराई से बात करना चाहता हूं। मेरी कविता में मैंने अपनी जीवन यात्रा को व्यक्त किया है, जो शहर की भीड़

19 Love

#कविता #love_shayari  White एक सवाल 
---------
एक सवाल देश से,
देश से नहीं,देश के नेताओं से,
आमजन को,
क्यों जाति, धर्म में बांटना चाहते है?
आखिर क्यों देश तोडना  चाहते  है?।
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सत्ता किसी की स्थायी नहीं होती,
समय की धार में बहती रहती,
फिर क्यों उसे
 अपनी निजी सम्पत्ति समझते हों?
क्यों सत्ता के लिये धर्म जाति के,
तुष्टिकरण की राजनीति करते हों ?।
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क्यों देश को अगड़े पिछड़े 
और भी कई टुकड़ों में में बाँट रहें हों?
 क्यों देश के अपराधियों,
 आतंकियों की ढाल बन रहें हों ?।
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आखिर क्यों नहीं सोचते,
ज़ब देश रहेगा,तभी हम आप रहेंगे,
आज जिन्हें सत्ता के लिये पनाह दें रहें,
वही कल हमें विकट संताप देंगे,
हमारी धर्म संस्कृति को निगल जायेगे,
हमारे निशान भी सिर्फ इतिहास में नजर आयेंगे।
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जिन जातियों की राजनीति कर रहें,
उन जातियों के निशान भी न रहेंगे,
हमारे धर्म संस्कृति संस्कार सब नष्ट होंगे।
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अभी वक़्त हैं, संभल जाओ,
 महा विनाश को न बुलाओ
आतंकी दस्तक आज,हर तरफ सुनाई दें रहीं हैं,
चेतावनियो के स्वरों की अग्नि प्रज्जवलित हों रहीं हैं,
अराजकता की आग फैलने के पहले ही बुझाओ,
तुष्टिकरण की राजनीति छोड़ राष्ट्र रक्षा में जुट जाओ।

©IG @kavi_neetesh

#love_shayari एक सवाल --------- एक सवाल देश से, देश से नहीं,देश के नेताओं से, आमजन को, क्यों जाति, धर्म में बांटना चाहते है? आखिर क्यों दे

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