Unsplash प्रेम की छांव
तेरी बाहों की छांव में, मिला मुझे सुकून,
जैसे तपते रेगिस्तान को, मिल जाए चांदनी धून।
तेरे साथ हर ग़म भी, खुशियों सा लगता है,
जैसे सूखा पेड़ भी, फिर से हरा हो उठता है।
तेरा नाम दिल की धड़कन में समाया है,
हर सांस ने तेरा ही गीत गुनगुनाया है।
दूरी चाहे जितनी हो, दिल पास रहता है,
तेरे बिना भी तेरा अहसास रहता है।
यह प्यार ही तो है, जो हर दर्द भुला देता है,
हर टूटे सपने को, फिर से सजा देता है।
इस प्रेम की छांव में, जीवन गुजर जाए,
तू मेरा हो, मैं तेरा, बस यही बस जाए।
©Abhi
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