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New यह मेहंदी के बूते Status, Photo, Video

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यह कविता अपने गु्प के सभी सीनियर सदस्यों को समर्पित 🙏

153 View

यह शब्द किसी और के नहीं। यह शब्द है किस के।

108 View

##मेहंदी डिजाइन ##nojoto

171 View

#nojoto🖋️🖋️ #मेहंदी #प्रेम  
उन्हे मेरे हाथों पे मेहंदी पसंद है
और मै मेहंदी पर उनका नाम लिखती हूं।
कहते हैं,
"मेहंदी का रंग जितना गहरा होता है प्रेम भी उतना गहरा होता है"।
मै इस बात को दिल से लगा लेती हूं
और अपने हाथों में लगे मेहंदी के रंग को ले कर सहम सी जाती हूं मन के भीतर कई संभावनाएं,
कई वहम पलने लगते हैं।

©Poonam

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम.... ©Ruchi Jaiswal

 मेहंदी लगे हाथ 
सावन के महीने में
भोले बाबा के नाम....

©Ruchi Jaiswal

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम....

13 Love

जीवन कु जब हिसाब देखि। मनख्यो मा मनख्यात देखि।। पतझड़ देखी मोह -फागुन कु सर्या धरती कंगाल छे जु। डाली बोटीयू मे मोल्यार देखि रंग बिरँगा होली होल्यार छा जु।। जीवन कु जब हिसाब देखि... अदगद मे पोड्या स्कूल्या देखि साल भरी मेहनत का बारा सोचना छा जु। जेठ -अषाड़ कि धाणी देखि दिनभर सैरा पुंगड्यू लग्या छा जु। जीवन कु जब हिसाब देखि..... सोण-भादो दणमण बरखा घसेनी देखि। चुकपट कुहेड़ी बसग्याल गदिना भिज्या गात घास गड़ोली लेकि आणा छा जु।। जीवन कु जब हिसाब देखि.... हियूंद कु हपराण देखि, गलड्यो मा बुबराण देखि बग्वाल -इगास कु आण-जाण देखि नयु ब्योली कु शर्माण देखि दयों देवतो मा धुपा कु धुपयाण देखि तो देवतो-मनख्यो का रूसाण अर मनाण देखि जीवन कु जब हिसाब देखि। मनख्यो मा मनख्यात देखि।। ©Chandna Gusain

#जीवन_कु_जब_हिसाब_देखि #उत्तराखण्डी_कविता #कविता  जीवन कु जब हिसाब देखि।
मनख्यो मा मनख्यात देखि।।

 पतझड़ देखी मोह -फागुन कु 
सर्या धरती कंगाल छे जु।
डाली बोटीयू मे मोल्यार देखि  
रंग बिरँगा होली होल्यार  छा जु।।

जीवन कु जब हिसाब देखि...

अदगद मे पोड्या स्कूल्या देखि 
साल भरी मेहनत का बारा सोचना छा जु। 
जेठ -अषाड़  कि धाणी देखि 
 दिनभर सैरा पुंगड्यू लग्या छा जु।

 जीवन कु जब हिसाब देखि.....

सोण-भादो दणमण बरखा घसेनी देखि।
चुकपट कुहेड़ी बसग्याल गदिना भिज्या गात घास गड़ोली लेकि आणा छा जु।।

 जीवन कु जब हिसाब देखि....

हियूंद कु हपराण देखि, गलड्यो मा बुबराण देखि 
बग्वाल -इगास कु आण-जाण देखि 
नयु ब्योली कु शर्माण देखि 
दयों देवतो मा धुपा कु धुपयाण देखि 
तो देवतो-मनख्यो का रूसाण अर मनाण देखि 


जीवन कु जब हिसाब देखि।
मनख्यो मा मनख्यात देखि।।

©Chandna Gusain

#जीवन_कु_जब_हिसाब_देखि #उत्तराखण्डी_कविता पहाड़ो मे जीवन जीने के हिसाब से बानी यह कविता जरूर पढ़े।

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यह कविता अपने गु्प के सभी सीनियर सदस्यों को समर्पित 🙏

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यह शब्द किसी और के नहीं। यह शब्द है किस के।

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##मेहंदी डिजाइन ##nojoto

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#nojoto🖋️🖋️ #मेहंदी #प्रेम  
उन्हे मेरे हाथों पे मेहंदी पसंद है
और मै मेहंदी पर उनका नाम लिखती हूं।
कहते हैं,
"मेहंदी का रंग जितना गहरा होता है प्रेम भी उतना गहरा होता है"।
मै इस बात को दिल से लगा लेती हूं
और अपने हाथों में लगे मेहंदी के रंग को ले कर सहम सी जाती हूं मन के भीतर कई संभावनाएं,
कई वहम पलने लगते हैं।

©Poonam

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम.... ©Ruchi Jaiswal

 मेहंदी लगे हाथ 
सावन के महीने में
भोले बाबा के नाम....

©Ruchi Jaiswal

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम....

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जीवन कु जब हिसाब देखि। मनख्यो मा मनख्यात देखि।। पतझड़ देखी मोह -फागुन कु सर्या धरती कंगाल छे जु। डाली बोटीयू मे मोल्यार देखि रंग बिरँगा होली होल्यार छा जु।। जीवन कु जब हिसाब देखि... अदगद मे पोड्या स्कूल्या देखि साल भरी मेहनत का बारा सोचना छा जु। जेठ -अषाड़ कि धाणी देखि दिनभर सैरा पुंगड्यू लग्या छा जु। जीवन कु जब हिसाब देखि..... सोण-भादो दणमण बरखा घसेनी देखि। चुकपट कुहेड़ी बसग्याल गदिना भिज्या गात घास गड़ोली लेकि आणा छा जु।। जीवन कु जब हिसाब देखि.... हियूंद कु हपराण देखि, गलड्यो मा बुबराण देखि बग्वाल -इगास कु आण-जाण देखि नयु ब्योली कु शर्माण देखि दयों देवतो मा धुपा कु धुपयाण देखि तो देवतो-मनख्यो का रूसाण अर मनाण देखि जीवन कु जब हिसाब देखि। मनख्यो मा मनख्यात देखि।। ©Chandna Gusain

#जीवन_कु_जब_हिसाब_देखि #उत्तराखण्डी_कविता #कविता  जीवन कु जब हिसाब देखि।
मनख्यो मा मनख्यात देखि।।

 पतझड़ देखी मोह -फागुन कु 
सर्या धरती कंगाल छे जु।
डाली बोटीयू मे मोल्यार देखि  
रंग बिरँगा होली होल्यार  छा जु।।

जीवन कु जब हिसाब देखि...

अदगद मे पोड्या स्कूल्या देखि 
साल भरी मेहनत का बारा सोचना छा जु। 
जेठ -अषाड़  कि धाणी देखि 
 दिनभर सैरा पुंगड्यू लग्या छा जु।

 जीवन कु जब हिसाब देखि.....

सोण-भादो दणमण बरखा घसेनी देखि।
चुकपट कुहेड़ी बसग्याल गदिना भिज्या गात घास गड़ोली लेकि आणा छा जु।।

 जीवन कु जब हिसाब देखि....

हियूंद कु हपराण देखि, गलड्यो मा बुबराण देखि 
बग्वाल -इगास कु आण-जाण देखि 
नयु ब्योली कु शर्माण देखि 
दयों देवतो मा धुपा कु धुपयाण देखि 
तो देवतो-मनख्यो का रूसाण अर मनाण देखि 


जीवन कु जब हिसाब देखि।
मनख्यो मा मनख्यात देखि।।

©Chandna Gusain

#जीवन_कु_जब_हिसाब_देखि #उत्तराखण्डी_कविता पहाड़ो मे जीवन जीने के हिसाब से बानी यह कविता जरूर पढ़े।

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