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New मोहम्मद के शहर में Status, Photo, Video

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#वीडियो

ऐसे सास अमरीका में ज़ोंबी शहर से मिलती है

72 View

#शायरी #love_shayari

सुना है तेरे शहर में... #love_shayari

126 View

White बस जवानी का सौदा हुआ है शहर से मेरा... शहर ने कहा बूढ़े होकर गाँव लौट जाना... ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#शायरी #GoodMorning  White बस जवानी का सौदा हुआ है शहर से मेरा...
शहर ने कहा बूढ़े होकर गाँव लौट जाना...

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#GoodMorning शहर

14 Love

White पल्लव की डायरी लागत गाँवो में खेतों से निकलती नही धंधे पानी की सूरत वहाँ जमती नही मेहनत की कीमत कोई लगती नही चल पड़ता है कारवाँ शहरों की ओर खो जाता है चमक दमक में खुद अपना भाग्य आजमाता है कोई चढ़ता है तरक्की के आसमान कोई नॉकरी चाकरी तक रह जाता है पहचान यहाँ ,मतलब की है शहरों में कमीशन के बल पर फलता फूलता है इस तरह जीना जिसको आ गया वो ही सफलता की ओर बढ़ता जाता है प्रवीण जैन पल्लब ©Praveen Jain "पल्लव"

#nojotohindipoetry #कविता #Sad_Status  White पल्लव की डायरी
लागत गाँवो में खेतों से निकलती नही
धंधे पानी की सूरत वहाँ जमती नही
मेहनत की कीमत कोई लगती नही
चल पड़ता है कारवाँ शहरों की ओर
खो जाता है चमक दमक में खुद
अपना भाग्य आजमाता है
कोई चढ़ता है तरक्की के आसमान
कोई नॉकरी चाकरी तक रह जाता है
पहचान यहाँ ,मतलब की है शहरों में
कमीशन के बल पर फलता फूलता है
इस तरह जीना जिसको आ गया
वो ही सफलता की ओर बढ़ता जाता है
                                                  प्रवीण जैन पल्लब

©Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status कमीशन के बल पर फलता फूलता है शहर #nojotohindipoetry

22 Love

🤨🥺देखिए हमारे शहर में गांव घर में बिक्री कैसी होती है🤝🙇‍♂️

99 View

White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ... ©Lõkêsh

 White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह  महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ...

©Lõkêsh

शहर…

11 Love

#वीडियो

ऐसे सास अमरीका में ज़ोंबी शहर से मिलती है

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#शायरी #love_shayari

सुना है तेरे शहर में... #love_shayari

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White बस जवानी का सौदा हुआ है शहर से मेरा... शहर ने कहा बूढ़े होकर गाँव लौट जाना... ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#शायरी #GoodMorning  White बस जवानी का सौदा हुआ है शहर से मेरा...
शहर ने कहा बूढ़े होकर गाँव लौट जाना...

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#GoodMorning शहर

14 Love

White पल्लव की डायरी लागत गाँवो में खेतों से निकलती नही धंधे पानी की सूरत वहाँ जमती नही मेहनत की कीमत कोई लगती नही चल पड़ता है कारवाँ शहरों की ओर खो जाता है चमक दमक में खुद अपना भाग्य आजमाता है कोई चढ़ता है तरक्की के आसमान कोई नॉकरी चाकरी तक रह जाता है पहचान यहाँ ,मतलब की है शहरों में कमीशन के बल पर फलता फूलता है इस तरह जीना जिसको आ गया वो ही सफलता की ओर बढ़ता जाता है प्रवीण जैन पल्लब ©Praveen Jain "पल्लव"

#nojotohindipoetry #कविता #Sad_Status  White पल्लव की डायरी
लागत गाँवो में खेतों से निकलती नही
धंधे पानी की सूरत वहाँ जमती नही
मेहनत की कीमत कोई लगती नही
चल पड़ता है कारवाँ शहरों की ओर
खो जाता है चमक दमक में खुद
अपना भाग्य आजमाता है
कोई चढ़ता है तरक्की के आसमान
कोई नॉकरी चाकरी तक रह जाता है
पहचान यहाँ ,मतलब की है शहरों में
कमीशन के बल पर फलता फूलता है
इस तरह जीना जिसको आ गया
वो ही सफलता की ओर बढ़ता जाता है
                                                  प्रवीण जैन पल्लब

©Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status कमीशन के बल पर फलता फूलता है शहर #nojotohindipoetry

22 Love

🤨🥺देखिए हमारे शहर में गांव घर में बिक्री कैसी होती है🤝🙇‍♂️

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White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ... ©Lõkêsh

 White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह  महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ...

©Lõkêsh

शहर…

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