सुना है मैंने कई लोगों से कई बार,
कि मर्द को दर्द नहीं होता,
क्यूं नहीं होता दर्द उसको,
क्यूं नहीं निकलते आंसू उसके,
शायद हमारी वजह से वो,
हमारे सामने रो नहीं पाते,
शायद वो ख़ुद को असहज पा कर,
अपना मन हल्का नहीं कर पाते,
हमारी ग़लती है,
हम औरतों की भी ग़लती है,
हमने उनको ऐसा बनने पर मजबूर किया है,
हमने उनको ऐसा बना दिया है,
उसकी भीगी पलकों को कोई देखना नहीं चाहता,
उसको रोता देख उसका मज़ाक है बनाया जाता..??
पता नहीं क्यूं...??
उसके भावुक होने पर उसको कमज़ोर क्यूं है माना जाता..??
ये समाज क्यूं नहीं उसको भी भावुकता से भरा हुआ अपना पाता,
कोई भी लड़का अपने परिवार के आगे क्यूं नहीं हार मान पाता,
क्यूं उम्मीद उससे ऐसी की जाती है कि वो रोए न,
वो सब कुछ ठीक करदे,
उसको भी तो समझे कोई,
उसके मन को भी तो पढ़े कोई,
उनको भी समझो कोई,
हमेशा ही ताने मत दो कोई,
लड़के भी सहते हैं, पर ज़ुबान से कुछ नहीं कहते हैं..!!
- Kiran Verma ✍🏻❤️🧿
Happy International Men's Day 🎉
©ख्वाहिश _writes
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