White "vo haqikat nhi bass ek kahani thi !"
final part-6
"वो हकीकत नहीं, बस एक कहानी थी"
शबनम की बूंदों में जैसे रवानी थी।
ख्वाबों के परदे में छुपी एक तस्वीर,
जैसे चाँदनी की गोद में कोई रवानी थी।
साँसों से लिखी, वो इक दास्तां थी,
मोहब्बत के सुरों की वो रवायत पुरानी थी।
उसकी हँसी में जैसे सितारे बसते थे,
हर अलफ़ाज़ जैसे दिल से निकलते थे।
वो हँसी-ठिठोली, वो मीठी सी डांट,
हर शब्द उसके जैसे इबादत का माट।
कभी चुटकी में भरी वो नटखट सी बात,
कभी आँखों से लिखी, चाँदनी की रात।
अब सोचता हूँ, वो ख्वाब ही सही,
पर ख्वाब भी तो हकीकत की परछाई थी।
"वो हकीकत नहीं, बस एक कहानी थी,"
पर उस कहानी में ही मेरी जिंदगानी थी।
-"good bye billo rani"
©ayush uprit
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