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New एक बात बताओ धोखा खाने के बाद पानी पी सकते हैं क्या Status, Photo, Video

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#शायरी

शायरी लवआंखें हैं कि मैं खाने के दरवाजे खुले हैं।

135 View

दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं, अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा? ©Augustine Manda

#विचार  दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं,
अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा?

©Augustine Manda

बताओ ज़रा.!! क्या फायदा??

16 Love

White रजनीगंधा खाने वाले को क्या कहेंगे .. रजनीकांत विमल खाने वाले को क्या कहेंगे.. विमला दीदी ©neelu

#रजनीगंधा #रजनीकांत #कहेंगे #विमला #दीदी #खाने  White रजनीगंधा खाने वाले को क्या कहेंगे ..
 रजनीकांत 
विमल खाने वाले को क्या कहेंगे.. विमला दीदी

©neelu

#good_night #रजनीगंधा #खाने वाले को क्या #कहेंगे #रजनीकांत #विमल खाने वाले को क्या कहेंगे #विमला #दीदी

17 Love

White जो दो कदम चल सकते हैं वह चार कदम भी चल सकते हैं जो चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी चल सकते हैं ©neelu

#GoodMorning #चार #कदम #चल #wishes  White जो  दो कदम चल सकते हैं 
वह चार कदम भी चल सकते हैं

जो चार कदम चल सकते हैं वह
क्या 8 कदम भी चल सकते हैं

©neelu

#GoodMorning जो दो #कदम #चल सकते हैं वह #चार कदम भी चल सकते हैं जो #चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी #चल सकते हैं

23 Love

एक सम्मान उसे जिससे रिश्ता रहा हमारा सुबह के अभिवादन का चैत की दोपहरी मे एक ग्लास पानी पिलाने का चेहरे उदासी क़ो पहली नजर मे पढ़ लेने का चौक डस्टर या फिर जरुरी फ़ाइल क़ो पहुंचाने का थे उनसे हमारे भी वादे सालो गुजारें रिश्तो क़ो निभाने का हम उऋण नहीं हुए हो भी नहीं सकते कर्ज से लेकिन एक फर्ज तो बनता था सो रत्ती भर सही निभाया हां बस निभाया ©ranjit Kumar rathour

#कविता  एक सम्मान उसे 
जिससे रिश्ता रहा हमारा 
सुबह के अभिवादन का 
चैत की दोपहरी मे 
एक ग्लास पानी पिलाने का 
चेहरे उदासी क़ो 
पहली नजर मे पढ़ लेने का 
चौक डस्टर या फिर 
जरुरी फ़ाइल क़ो पहुंचाने का 
थे उनसे हमारे भी वादे 
सालो गुजारें रिश्तो क़ो निभाने का
हम उऋण नहीं हुए 
हो भी नहीं सकते कर्ज से 
लेकिन एक फर्ज तो बनता था 
सो रत्ती भर सही निभाया 
हां बस निभाया

©ranjit Kumar rathour

एक ग्लास पानी

13 Love

इस कलयुग में कोई अपना नहीं हैं भगवान और माता-पिता को छोड़कर भक्ति की शक्ति में हैं सत्य मार्ग हैं बाकी सब धोखा है सब मिथ्या है सब मायाजाल हैं यह संसार में सब धोखेबाज हैं स्वार्थ पारायण है यह संसार ©person

 इस कलयुग में कोई अपना नहीं हैं 
भगवान और माता-पिता को छोड़कर 
भक्ति की शक्ति में हैं 
सत्य मार्ग हैं 
बाकी 
सब धोखा है सब मिथ्या है सब मायाजाल हैं 
यह संसार में सब धोखेबाज हैं 
स्वार्थ पारायण है यह संसार

©person

सब धोखा हैं

16 Love

#शायरी

शायरी लवआंखें हैं कि मैं खाने के दरवाजे खुले हैं।

135 View

दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं, अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा? ©Augustine Manda

#विचार  दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं,
अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा?

©Augustine Manda

बताओ ज़रा.!! क्या फायदा??

16 Love

White रजनीगंधा खाने वाले को क्या कहेंगे .. रजनीकांत विमल खाने वाले को क्या कहेंगे.. विमला दीदी ©neelu

#रजनीगंधा #रजनीकांत #कहेंगे #विमला #दीदी #खाने  White रजनीगंधा खाने वाले को क्या कहेंगे ..
 रजनीकांत 
विमल खाने वाले को क्या कहेंगे.. विमला दीदी

©neelu

#good_night #रजनीगंधा #खाने वाले को क्या #कहेंगे #रजनीकांत #विमल खाने वाले को क्या कहेंगे #विमला #दीदी

17 Love

White जो दो कदम चल सकते हैं वह चार कदम भी चल सकते हैं जो चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी चल सकते हैं ©neelu

#GoodMorning #चार #कदम #चल #wishes  White जो  दो कदम चल सकते हैं 
वह चार कदम भी चल सकते हैं

जो चार कदम चल सकते हैं वह
क्या 8 कदम भी चल सकते हैं

©neelu

#GoodMorning जो दो #कदम #चल सकते हैं वह #चार कदम भी चल सकते हैं जो #चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी #चल सकते हैं

23 Love

एक सम्मान उसे जिससे रिश्ता रहा हमारा सुबह के अभिवादन का चैत की दोपहरी मे एक ग्लास पानी पिलाने का चेहरे उदासी क़ो पहली नजर मे पढ़ लेने का चौक डस्टर या फिर जरुरी फ़ाइल क़ो पहुंचाने का थे उनसे हमारे भी वादे सालो गुजारें रिश्तो क़ो निभाने का हम उऋण नहीं हुए हो भी नहीं सकते कर्ज से लेकिन एक फर्ज तो बनता था सो रत्ती भर सही निभाया हां बस निभाया ©ranjit Kumar rathour

#कविता  एक सम्मान उसे 
जिससे रिश्ता रहा हमारा 
सुबह के अभिवादन का 
चैत की दोपहरी मे 
एक ग्लास पानी पिलाने का 
चेहरे उदासी क़ो 
पहली नजर मे पढ़ लेने का 
चौक डस्टर या फिर 
जरुरी फ़ाइल क़ो पहुंचाने का 
थे उनसे हमारे भी वादे 
सालो गुजारें रिश्तो क़ो निभाने का
हम उऋण नहीं हुए 
हो भी नहीं सकते कर्ज से 
लेकिन एक फर्ज तो बनता था 
सो रत्ती भर सही निभाया 
हां बस निभाया

©ranjit Kumar rathour

एक ग्लास पानी

13 Love

इस कलयुग में कोई अपना नहीं हैं भगवान और माता-पिता को छोड़कर भक्ति की शक्ति में हैं सत्य मार्ग हैं बाकी सब धोखा है सब मिथ्या है सब मायाजाल हैं यह संसार में सब धोखेबाज हैं स्वार्थ पारायण है यह संसार ©person

 इस कलयुग में कोई अपना नहीं हैं 
भगवान और माता-पिता को छोड़कर 
भक्ति की शक्ति में हैं 
सत्य मार्ग हैं 
बाकी 
सब धोखा है सब मिथ्या है सब मायाजाल हैं 
यह संसार में सब धोखेबाज हैं 
स्वार्थ पारायण है यह संसार

©person

सब धोखा हैं

16 Love

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