White तेरी भोली सी सूरत को, निहारा हम भी करते हैं..!
हसीं इतने हो दिल कुर्बां हमारा हम भी करते हैं..!
तुम्हारी हर अदा दिलकश तुम्हारी हर अदा क़ातिल
हुआ जाता है दिल घायल सहारा हम भी करते हैं..!
कभी ख्वाबों खयालों में चले आते हो चुपके से
छुपाकर दुनियावालों से इशारा हम भी करते हैं..!
बिना देखे कहीं दिल को, सुकूं मिल जाये नामुमकिन
तुम्हें ही देखकर रोजा गुजारा हम भी करते हैं..!
लगा के नैनों में कजरा जो तुम महफ़िल में आओगे
नज़र पड़ जाये बस खुद को, संवारा हम भी करते हैं..!
क़मर हो एक तुम, तुम पर फ़िदा सारा जमाना है
फ़क़त ये सोचकर तुमसे किनारा हम भी करते हैं..!
©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
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