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New कुंडीतील झाडांसाठी खत Status, Photo, Video

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Unsplash Instant messaging के इस दौर में मुझे खत लिखना पसन्द है।। ©Kiran Chaudhary

 Unsplash Instant messaging के इस दौर में मुझे
खत लिखना पसन्द है।।

©Kiran Chaudhary

Instant messaging के इस दौर में मुझे खत लिखना पसन्द है।।

12 Love

उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो। जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर, तेरे अंगों की महक में बिखेर दो। मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर, इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो। भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में, तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो। कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही, अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो। हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब, तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो। हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को, मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो। ©theABHAYSINGH_BIPIN

#शायरी #erotica  उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो।

जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर,
तेरे अंगों की महक में बिखेर दो।
मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर,
इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो।

भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में,
तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो।
कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही,
अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो।

हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब,
तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो।
हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को,
मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो।

©theABHAYSINGH_BIPIN

#erotica उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

14 Love

White ।।शहीद् का आखिरी खत ।। खत लिख रहा हु मां तुझे, लिख रहा अपना हाल हुं तुम चिंता ना करना मां , मै अपनी भारत माँ के पास हुं बड़े प्यार से रखती मुझको,अपनी ममता का आँचल फैला देती नींद मुझे जब आती हे ,अपनी बाहों मे मुझे सुला लेती तेरी जैसी ही तोह मूरत हे ,मै रोज ख्याब मे मिलता हुं मै उसका भी लाल हु मां , तभी बार्डर पर रहता हुं तूने जन्म देकर मुझे ,सौपा भारत मां के हाथों मे उसकी रक्षा करना ,मुझे बताया तूने हर बात मे लिख रहा हुं खत मे जो हकीकत मेरी हे पड़ के रोना नही मां ,तुझे सौंगध मेरी हे मै आऊ जब लिपट कर तिरंगे मे देख मुझे ना हार तु जाएगी वादा कर मां अपने लाल को अश्रु ना चढ़ायेगी मुस्करा कर भारत माँ की गोद मे मुझे सुलाएगी लूंगा फिर जन्म हर जन्म तेरा लाल बन कर हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी।। ।।भावना शर्मा ।। ©Bh@Wn@ Sh@Rm@

#शहिद् #Motivational  White ।।शहीद् का आखिरी खत ।। 

खत लिख रहा हु मां तुझे, लिख रहा अपना हाल हुं
तुम चिंता ना करना मां , मै अपनी भारत माँ के पास हुं

बड़े प्यार से रखती मुझको,अपनी ममता का आँचल फैला देती 
नींद मुझे जब आती हे ,अपनी बाहों मे मुझे सुला लेती

तेरी जैसी ही तोह मूरत हे ,मै रोज ख्याब मे मिलता हुं 
मै उसका भी लाल हु मां , तभी बार्डर पर रहता हुं

तूने जन्म देकर मुझे ,सौपा भारत मां के हाथों मे
उसकी रक्षा करना ,मुझे बताया तूने हर बात मे

लिख रहा हुं खत मे जो हकीकत मेरी हे
पड़ के रोना नही मां ,तुझे सौंगध मेरी हे

मै आऊ जब लिपट कर तिरंगे मे
देख मुझे ना हार तु जाएगी

वादा कर मां अपने लाल को अश्रु ना चढ़ायेगी
मुस्करा कर भारत माँ की गोद मे मुझे सुलाएगी

लूंगा फिर जन्म हर जन्म तेरा लाल बन कर 
हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी

हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी।।

।।भावना शर्मा ।।

©Bh@Wn@ Sh@Rm@

#शहिद् का आखिरी खत

16 Love

#अल्फाज़ #शायरी #yaadein #खत #ishq

Unsplash Instant messaging के इस दौर में मुझे खत लिखना पसन्द है।। ©Kiran Chaudhary

 Unsplash Instant messaging के इस दौर में मुझे
खत लिखना पसन्द है।।

©Kiran Chaudhary

Instant messaging के इस दौर में मुझे खत लिखना पसन्द है।।

12 Love

उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो। जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर, तेरे अंगों की महक में बिखेर दो। मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर, इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो। भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में, तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो। कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही, अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो। हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब, तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो। हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को, मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो। ©theABHAYSINGH_BIPIN

#शायरी #erotica  उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो।

जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर,
तेरे अंगों की महक में बिखेर दो।
मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर,
इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो।

भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में,
तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो।
कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही,
अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो।

हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब,
तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो।
हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को,
मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो।

©theABHAYSINGH_BIPIN

#erotica उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

14 Love

White ।।शहीद् का आखिरी खत ।। खत लिख रहा हु मां तुझे, लिख रहा अपना हाल हुं तुम चिंता ना करना मां , मै अपनी भारत माँ के पास हुं बड़े प्यार से रखती मुझको,अपनी ममता का आँचल फैला देती नींद मुझे जब आती हे ,अपनी बाहों मे मुझे सुला लेती तेरी जैसी ही तोह मूरत हे ,मै रोज ख्याब मे मिलता हुं मै उसका भी लाल हु मां , तभी बार्डर पर रहता हुं तूने जन्म देकर मुझे ,सौपा भारत मां के हाथों मे उसकी रक्षा करना ,मुझे बताया तूने हर बात मे लिख रहा हुं खत मे जो हकीकत मेरी हे पड़ के रोना नही मां ,तुझे सौंगध मेरी हे मै आऊ जब लिपट कर तिरंगे मे देख मुझे ना हार तु जाएगी वादा कर मां अपने लाल को अश्रु ना चढ़ायेगी मुस्करा कर भारत माँ की गोद मे मुझे सुलाएगी लूंगा फिर जन्म हर जन्म तेरा लाल बन कर हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी।। ।।भावना शर्मा ।। ©Bh@Wn@ Sh@Rm@

#शहिद् #Motivational  White ।।शहीद् का आखिरी खत ।। 

खत लिख रहा हु मां तुझे, लिख रहा अपना हाल हुं
तुम चिंता ना करना मां , मै अपनी भारत माँ के पास हुं

बड़े प्यार से रखती मुझको,अपनी ममता का आँचल फैला देती 
नींद मुझे जब आती हे ,अपनी बाहों मे मुझे सुला लेती

तेरी जैसी ही तोह मूरत हे ,मै रोज ख्याब मे मिलता हुं 
मै उसका भी लाल हु मां , तभी बार्डर पर रहता हुं

तूने जन्म देकर मुझे ,सौपा भारत मां के हाथों मे
उसकी रक्षा करना ,मुझे बताया तूने हर बात मे

लिख रहा हुं खत मे जो हकीकत मेरी हे
पड़ के रोना नही मां ,तुझे सौंगध मेरी हे

मै आऊ जब लिपट कर तिरंगे मे
देख मुझे ना हार तु जाएगी

वादा कर मां अपने लाल को अश्रु ना चढ़ायेगी
मुस्करा कर भारत माँ की गोद मे मुझे सुलाएगी

लूंगा फिर जन्म हर जन्म तेरा लाल बन कर 
हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी

हर जन्म मां मुझे तु सैनीक ही बनाएगी।।

।।भावना शर्मा ।।

©Bh@Wn@ Sh@Rm@

#शहिद् का आखिरी खत

16 Love

#अल्फाज़ #शायरी #yaadein #खत #ishq
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