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#अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️ #शायरी #गुंडे

#गुंडे वो हीरो वाली नफरत और गुंडो वाली हरकत अक्सर वक्त आने पर करता था..🖊️ #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️ ०२/१०/२४

126 View

#शायरी #जब  White जब अपने ही अपनो के दुश्मन बन जाते है 
ये किस्से  भी सरे आम हो जाते है भूल जाते है 
की तुम भी किसी बहन के भाई हो लेकिन
आंखों पर काला कपड़ा डाल के 
ऐसी बेशर्म  हरकत कर जाते है

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#जब अपने ही अपनो के दुश्मन बन जाते है ये किस्से भी सरे आम हो जाते है भूल जाते है की तुम भी किसी बहन के भाई हो लेकिन आंखों पर काला कपड़ा ड

144 View

#shamawritesBebaak #writersofindia #poetsofindia #love_shayari #Live  White तुम नाराज मत होना,मुझे बस कॉल कर देना,मै हर 
हाला तुम्हारे पास चलकर लौट आउंगी//१

ये उल्फत का तकाज़ा है,कि  उल्फत करते हैँ तुमसे,
मै इस दुनियां मे बिन तेरे कही भी जी ना पाउँगी//२

ये दुनियां ने हमेशा से तमाशा देखा उल्फत का,
जो बहकेंगे कदम तेरे तो आकर मै संभालूंगी//३

तेरे किरदार पर नज़रे जमाए बैठी है दुनियां,मै
      इस दुनियां की हरकत से तुमको खुद  बचाऊँगी//४

खताए जो भी हो मुझसे,मुझे तुम माफ़ कर देना,
तेरी नादानियों को भी मै अब फौरन भुलादूंगी//५

"शमा"छोड़ो भी attitude हुआ नुकसान दो दिल का,
के इस बिखरे हुए गुलशन को मै फिर से संवारूगीं//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#love_shayari ©तुम नाराज मत होना,मुझे बस कॉल कर देना,मै हर हाला तुम्हारे पास चलकर लौट आउंगी//१ ये उल्फत का तकाज़ा है,कि उल्फत करते हैँ तु

288 View

औरतें बचपन से नजरांदाज दुत्कार का व्यवहार सहती आई है इसलिए वे ऐसी हो गई है तुम एक दिन भी नहीं सह पाओगे अपनो का ऐसा व्यवहार, आदमी होने की सार

216 View

#Motivational

पहले अपनी कमियां देखे फिर औरत को गिनाओ। प्यार अपनापन परिवार चाहते हो तो एक दूसरे का सम्मान करों हिम्मत बनो, गलतियां नजरंदाज करों, गलती सुधार

117 View

White ग़ज़ल :- धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं । दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।। खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी । फसल को आज मेरी जो हँसाने मेघ आये हैं ।। किसानों के हमीं साथी बने संसार में देखो । यही तो बात है जो अब जताने मेघ आये हैं ।। कहीं सूखा कहीं गीला प्रकृति के प्रेम पर निर्भर । बनाओ मत हमें बैरी बताने मेघ आये हैं ।। तपन से सूर्य की देखो धरा जब भी हुई प्यासी । सुना है प्यास को उसकी बुझाने मेघ आये हैं ।। भले इंसान थे कल तक मगर शैतान हैं अब तो । उन्हें इंसान अब फिर से बनाने मेघ आये हैं ।। वरुण जी भी हुए क्रोधित तुम्हारी आज हरकत से । सँभल जाओ प्रखर अब तुम सिखाने मेघ आये हैं ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-
धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं ।
दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।।

खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी ।
फसल को आज मेरी जो हँसाने मेघ आये हैं ।।

किसानों के हमीं साथी बने संसार में देखो ।
यही तो बात है जो अब जताने मेघ आये हैं ।।

कहीं सूखा कहीं गीला प्रकृति के प्रेम पर निर्भर ।
बनाओ मत हमें बैरी बताने मेघ आये हैं ।।

तपन से सूर्य की देखो धरा जब भी हुई प्यासी ।
सुना है प्यास को उसकी बुझाने मेघ आये हैं ।।

भले इंसान थे कल तक मगर शैतान हैं अब तो ।
उन्हें इंसान अब फिर से बनाने मेघ आये हैं ।।

वरुण जी भी हुए क्रोधित तुम्हारी आज हरकत से ।
सँभल जाओ प्रखर अब तुम सिखाने मेघ आये हैं ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं । दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।। खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी । फसल को आज

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#अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️ #शायरी #गुंडे

#गुंडे वो हीरो वाली नफरत और गुंडो वाली हरकत अक्सर वक्त आने पर करता था..🖊️ #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️ ०२/१०/२४

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#शायरी #जब  White जब अपने ही अपनो के दुश्मन बन जाते है 
ये किस्से  भी सरे आम हो जाते है भूल जाते है 
की तुम भी किसी बहन के भाई हो लेकिन
आंखों पर काला कपड़ा डाल के 
ऐसी बेशर्म  हरकत कर जाते है

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#जब अपने ही अपनो के दुश्मन बन जाते है ये किस्से भी सरे आम हो जाते है भूल जाते है की तुम भी किसी बहन के भाई हो लेकिन आंखों पर काला कपड़ा ड

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#shamawritesBebaak #writersofindia #poetsofindia #love_shayari #Live  White तुम नाराज मत होना,मुझे बस कॉल कर देना,मै हर 
हाला तुम्हारे पास चलकर लौट आउंगी//१

ये उल्फत का तकाज़ा है,कि  उल्फत करते हैँ तुमसे,
मै इस दुनियां मे बिन तेरे कही भी जी ना पाउँगी//२

ये दुनियां ने हमेशा से तमाशा देखा उल्फत का,
जो बहकेंगे कदम तेरे तो आकर मै संभालूंगी//३

तेरे किरदार पर नज़रे जमाए बैठी है दुनियां,मै
      इस दुनियां की हरकत से तुमको खुद  बचाऊँगी//४

खताए जो भी हो मुझसे,मुझे तुम माफ़ कर देना,
तेरी नादानियों को भी मै अब फौरन भुलादूंगी//५

"शमा"छोड़ो भी attitude हुआ नुकसान दो दिल का,
के इस बिखरे हुए गुलशन को मै फिर से संवारूगीं//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#love_shayari ©तुम नाराज मत होना,मुझे बस कॉल कर देना,मै हर हाला तुम्हारे पास चलकर लौट आउंगी//१ ये उल्फत का तकाज़ा है,कि उल्फत करते हैँ तु

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औरतें बचपन से नजरांदाज दुत्कार का व्यवहार सहती आई है इसलिए वे ऐसी हो गई है तुम एक दिन भी नहीं सह पाओगे अपनो का ऐसा व्यवहार, आदमी होने की सार

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#Motivational

पहले अपनी कमियां देखे फिर औरत को गिनाओ। प्यार अपनापन परिवार चाहते हो तो एक दूसरे का सम्मान करों हिम्मत बनो, गलतियां नजरंदाज करों, गलती सुधार

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White ग़ज़ल :- धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं । दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।। खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी । फसल को आज मेरी जो हँसाने मेघ आये हैं ।। किसानों के हमीं साथी बने संसार में देखो । यही तो बात है जो अब जताने मेघ आये हैं ।। कहीं सूखा कहीं गीला प्रकृति के प्रेम पर निर्भर । बनाओ मत हमें बैरी बताने मेघ आये हैं ।। तपन से सूर्य की देखो धरा जब भी हुई प्यासी । सुना है प्यास को उसकी बुझाने मेघ आये हैं ।। भले इंसान थे कल तक मगर शैतान हैं अब तो । उन्हें इंसान अब फिर से बनाने मेघ आये हैं ।। वरुण जी भी हुए क्रोधित तुम्हारी आज हरकत से । सँभल जाओ प्रखर अब तुम सिखाने मेघ आये हैं ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-
धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं ।
दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।।

खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी ।
फसल को आज मेरी जो हँसाने मेघ आये हैं ।।

किसानों के हमीं साथी बने संसार में देखो ।
यही तो बात है जो अब जताने मेघ आये हैं ।।

कहीं सूखा कहीं गीला प्रकृति के प्रेम पर निर्भर ।
बनाओ मत हमें बैरी बताने मेघ आये हैं ।।

तपन से सूर्य की देखो धरा जब भी हुई प्यासी ।
सुना है प्यास को उसकी बुझाने मेघ आये हैं ।।

भले इंसान थे कल तक मगर शैतान हैं अब तो ।
उन्हें इंसान अब फिर से बनाने मेघ आये हैं ।।

वरुण जी भी हुए क्रोधित तुम्हारी आज हरकत से ।
सँभल जाओ प्रखर अब तुम सिखाने मेघ आये हैं ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- धरा को फिर नई दुल्हन बनाने मेघ आये हैं । दफ़्न जो बीज थे अंदर  उगाने मेघ आये हैं ।। खुशी से झूमता हलधर मुरादें हो गई पूरी । फसल को आज

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