White आखिर पता नहीं ये चुल हमारी...
कब ख़त्म होने वाली है।
लताड़े पड़ी, दिल टूटा,दिल और दिमाग दोनो ने
कह दिया है....
की यहां कुछ नहीं मिलेगा...
यह तक कि...
मेरे अंदर की स्वतंत्र नारी जानती है,की मैं गलत हु,सिर्फ वक्त जाया कर रही हु।
उस अनजाने आवारे के पीछे....
पर पता नहीं शायद है आपकी कामयाबी के हम
इतने कायल है,
की खुद का दिमागऔर तर्क कुतर्क सब भूल बिसर गये है।
तभी तो हम आपके इतने दुत्कारने के बाद भी,
गली के कुत्ते की तरह,आपके हल्के से door खुलने पर,
दुम हिलाते हुए आपके सामने होते है।
©jovial (Aanandita).
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