White ✨प्रश्न:
पूजा और भक्ति में क्या फर्क होता है ?
🚩उत्तर:
परमात्मा के शक्ति और प्रभाव को नमन करना "पूजा" है।
और उनके स्वभाव को करीब से देखना, अनुभव करना "भक्ति"।
भगवान की सबसे बड़ी "भक्ति" भगवान को भगवान ना मानने में है । उन्हें भगवान बोलकर खुद से दूर नहीं करिए अपने परिवार का सदस्य मानिए।
उसे अपना शखा, अपना मित्र मानिए।
उनके साथ मित्रवत व्यवहार करिए। परमात्मा का ध्यान एक छोटे बच्चे की तरह रखिए, उनसे प्रेम करिए।
उनसे कुछ नहीं मांगिए और अगर कुछ मांगना हो तो उनकी ही खुशी व मुस्कान मांगिए।
परमात्मा को आपका कोमल हृदय से निकली प्रेम चाहिए और कुछ नहीं।
©P.Kumar
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here