वो तुम्हारा हर वक्त मुझे किसी और के साथ जोङना ..
हाँ मुझे बुरा लगता हैं..
पर तुम्हारे लिये ये भी अच्छा लगता।
वो तुम्हारा मुझसे बात करके उसे याद करना।....
हाँ मुझे बुरा लगता हैं..।
फर तुम्हारे लिये ये भी अच्छा लगता हैं...
वो जो तुम्हारी आंखे मुझसे शुरु होकर उसकी तस्वीरे बयान करती हैं।
हाँ उस वक्त मुझे बुरा लगता हैं...
पर तुम्हारे लिये ये भी अच्छा लगता हैंं।
वो तुम्हारा मुझे जान कहकर उस जान का जिक्र करना..
हाँ मुझे बुरा लगता हैं।।।
पर तुम्हारे लिये ये भी अच्छा लगता हैं..
वो तुम्हारा मेरी मुस्कान से उसके आंशु पर लफ़ज थरथराना...
हां मुझे बुरा लगता हैं।।।
पर तुम्हारे लिये ये भी अच्छा लगता हैं...
वो मेरा तुम्हे उसकी याद में देखकर आंशु निकालना...
और तुम्हारे बोलने पर चुप होजाना..
क्या तुम्हे भी बुरा लगता हैं...
यां मेरी तरह तुम्हे भी यमेरी तरह अच्छा लगता हैं..
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