शब्द रचे जाते है,शब्द गढ़े जाते है,शब्द मढ़े जाते है,शब्द लिखे जाते है,शब्द पढ़े जाते है,शब्द बोले जाते है,शब्द तौले जाते है,शब्द टटोले जाते है,शब्द खंगाले जाते है,
*अंततः*
शब्द बनते है,शब्द सवरते है,शब्द सुधरते है,शब्द निखरते है,शब्द मानते है,शब्द हसाते है,शब्द रुलाते हैं,शब्द मुस्कुराते हैं,शब्द खिलखिलाते है,शब्द गुदगुदाते है,शब्द मुखर हो जातेहै,शब्द प्रखर हो जाते है,शब्द मधुर हो जाते है,
*फिर भी*
शब्द चुभते है,शब्द बिकते है,शब्द रूठते है,शब्द घाव देते है,
शब्द ताव देते है,शब्द लड़ते हैं,शब्द झगड़ते है,
शब्द बिगड़ते है,शब्द बिखरते है,शब्द सिहरते है,
*किंतु*
शब्द मरते नहीं ,शब्द थकते नहीं,शब्द रुकते नहीं,शब्द चूकते नहीं,
*अतएव*
शब्दों से खेले नहीं,बिना सोचे बोले नहीं, शब्दों को मान दे, शब्दों को सम्मान दे, शब्दों पर ध्यान दे,उन्हें पहचान दे, ऊंची लंबी उड़ान दे, शब्दों को आत्मसात करे,उनसे उनकी बात करे,
शब्दों का अविष्कार करे,गहन सार्थक विचार करे ,
*क्योंकि*
शब्द अनमोल है, जुबा से निकले बोल है, शब्दों में धार होती है,
शब्दो की महिमा अपार होती हैं, शब्दों का विशाल भंडार होता है,
*और सच तो यह है कि*
शब्दों का अपना एक संसार होता है।।।
©hidden girl
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