हमे देखकर आप यू ना चेहरा छुपाया करे
अपने सहेलियों को यू ना सब कुछ बताया करे
पाय है हम आपको कितने मन्यतो के बाद
कभी कभी हमें भी ढेखकर आप मुस्कुराया करे
माना मैं आपके खूबसूरती के
आगे कुछ भी नहीं
गुज़ारिश है आपसे की मेरे मुहब्बत का मजाक ना
उराया करे ।।
हमे देखकर आप यू ना चेहरा छुपाया करे
अपने सहेलियों को यू ना सब कुछ बताया करे
पाय है हम आपको कितने मन्यतो के बाद
कभी कभी हमें भी ढेखकर आप मुस्कुराया करे
माना मैं आपके खूबसूरती के
आगे कुछ भी नहीं
गुज़ारिश है आपसे की मेरे मुहब्बत का मजाक ना
उराया करे ।।
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मै रातो को सो नही पाता अंधेरा या उजालों में।
मेरा मन घूमते रहता है गांव की उसी गलियारों में।।
फिर उसी बचपन में जाने का
मन करता है।
कोई हो अपना जिससे लिपटकर रोने का मन करता है ।।
मै रातो को सो नही पाता अंधेरा या उजालों में।
मेरा मन घूमते रहता है गांव की उसी गलियारों में।।
फिर उसी बचपन में जाने का
मन करता है।
कोई हो अपना जिससे लिपटकर रोने का मन करता है ।।
92 Love
मेरी फोटो को फेसबुक में देखकर
ओ जरूर मुस्कुराती होगी
खुश होकर इस कदर बलखाती होगी
कोई पूछ ले उनकी खुशी के राज को तो कसम खुदा की
ओ मुझसे ज्यादा खुद से सरमाती होगी ।।
मेरी फोटो को फेसबुक में देखकर
ओ जरूर मुस्कुराती होगी
खुश होकर इस कदर बलखाती होगी
कोई पूछ ले उनकी खुशी के राज को तो कसम खुदा की
ओ मुझसे ज्यादा खुद से सरमाती होगी ।।
101 Love
चेहरे कि हसी अब दुर हो गई हैं
जो रास्ते थे सिधे वो मुर सी गई हैं
उम्मीदों के सहारे चला जा रहा हूं
हर मोड़ से
कोई हमें सच्चाई से अवगत तो करादे
कि
तेरे सरीर से आत्मा दुर हो गई हैं
जिन्दगी इस कदर का खेल दिखा चुका
हमे कि
फिर उसी उम्मीदों के लिए आना
मजबूरी हो गई हैं
(सुमित सिंह)
चेहरे कि हसी अब दुर हो गई हैं
जो रास्ते थे सिधे वो मुर सी गई हैं
उम्मीदों के सहारे चला जा रहा हूं
हर मोड़ से
कोई हमें सच्चाई से अवगत तो करादे
कि
तेरे सरीर से आत्मा दुर हो गई हैं
जिन्दगी इस कदर का खेल दिखा चुका
हमे कि
फिर उसी उम्मीदों के लिए आना
मजबूरी हो गई हैं
(सुमित सिंह)
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