डर होता है सबको भीड़ में खोने का,
डर होता है कहीं गुमनाम ना हो जाए
कुछ देर ही सही, गौर कर अपने कर्म पर भी
जिस नाम के लिए हर पल तरस रहे हो, कहीं वो बदनाम ना हो जाए।
#Labour_Day kisi ko khushi ka samandar mila
toh kahi bas gum hi apna hai
kuch apne sapno ke liye jee rahe hai
aur kuch ke liye aam jevan hi ek sapna hai
ये जो तिलमिला रहे हो घर में गिरफ्त हो कर
कभी सोचा है भाग कर जाओगे कहाँ
हर गली हर शहर में मौत का मंजर छाया है
तुम खुद को छूपाओगे कहाँ
जिंदा रहे तो मौके मिलेंगे हजार
वक्त है अभी सम्भाल लो खुद को एक बार
तुम्हारी एक गलती भारी पर सकती है तुम्हारे अपनो पर भी
गर खो दिया कोई अपना फिर उसको पाओगे कहाँ।
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