English
ab shikayat kre bhi toh kese pasand jo humari thi ©Ravina Kumre
Ravina Kumre
2 Love
आँख बन्द कर के तुम पर भरोसा करना चाहती हूँ इश्क में तेरे हद से गुजरना चाहती हूँ। हर अल्फाज तुम्हारे लिये लिखना चाहती हूँ। हाँ मैं तुम्हारी होना चाहती हूँ। ©Ravina Kumre
4 Love
हमें अब तमन्ना उस चाँद को छूने कि है, जिसका दीदार और इंतजार हमने हर रोज किया है । ©Ravina Kumre
5 Love
kya fyad is ghadi ka jab tumhare pas humare liye waqt hi na ho ©Ravina Kumre
3 Love
हाँ मैं स्वार्थी बनना चाहती हूँ। खुद से थोड़ा प्यार ज्यादा करना चाहती हूँ। बन गयी हर बार दूसरो कि खुशियों कि वजह अब में खुद कि खुशियों कि वजह बनना चाहती हूँ। रखा है हर दफा अपनो का ख्याल अब मै खुद का ख्याल ज्यादा रखना चाहती हूँ। हाँ मैं स्वार्थी बनना चाहती हूँ । देखा है चिडियों को भरते हुए ऊँची उड़ान अब मैं ऊँची उड़ान भर कर बादलो को छूना चाहती हूँ। भूल कर दुनियादारी के रिति - रिवाज़ खुद के अस्तित्व को पाना चाहती हूँ । हाँ में स्वार्थी बनना चाहती हूँ खुद से थोडा प्यार ज्यादा करना चाहती हूँ। ©Ravina Kumre
तुम आना और गले से लग जाना, मीलों की दूरिया पल भर मे दूर कर जाना मिलते नही हो तुम मुझसे रोज ,आते हुए मेरे लिए वक्त थोडा ज्यादा ले आना ©Ravina Kumre
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