दूर हूं कही कश्ती में, पर दिल है कही तेरी बस्ती में ।
तेरा साया सवेरा होने ना दे, तेरी शमा अंधेरा होने ना दे,
ना मिली मोहब्बत सस्ती में। ना मिली मोहब्बत सस्ती में।
बहुत दूर हो दिल और कश्ती से, पर दिखती हो सपनो की बस्ती से ।
दूरी का भंवर हमे डुबा ना दे, कही वक्त हमे भुला ना दे,
ना खोए कभी किनारा कश्ती से ।
ना खोए कभी किनारा कश्ती से।
©ANIL DEV
#nojato
#achievement #