White सागर तट की साँझ की खुशबु और. ताज़गी को मैने ज़ेबो मे भर लिया ताकि मैं खुशक लोगो को उस खुशबु से
आंनदित कर सकू
लेकिन घर जाकर ज़ब मैंने जेबे टटोली तो.
मुझे ये देख कर भयंकर पीड़ा हुई कि
वो खुशबु जेबो क़ा साथ छोड़ चुकी थी. शयद ये या तो जेबकतरो की कारिस्तानी थी या फिर अस्तीतव क़े फरिश्तों की कोई साज़िश
©Arora PR
साज़िश i