अधिकार का सुख बहुत मादक और सारहीन होता है " तुम च | हिंदी Poetry

""अधिकार का सुख बहुत मादक और सारहीन होता है " तुम चाहते थे प्रेम में महज अधिकार, अधिकार के पीछे मेरा अस्तित्व ही शामिल करना भूल गए,तुम्हारे एहसास में से स्नेहिल मादकता मिट गई है तुम्हें चुम्बन की मंदाकिनी अच्छी लगती है , मुझे जुगनू बने रहना पसंद है। आंचल दुबे"अंकन" ©Anchal Dubey "अंकन" "

"अधिकार का सुख बहुत मादक और सारहीन होता है " तुम चाहते थे प्रेम में महज अधिकार, अधिकार के पीछे मेरा अस्तित्व ही शामिल करना भूल गए,तुम्हारे एहसास में से स्नेहिल मादकता मिट गई है तुम्हें चुम्बन की मंदाकिनी अच्छी लगती है , मुझे जुगनू बने रहना पसंद है। आंचल दुबे"अंकन" ©Anchal Dubey "अंकन"

#blindinglights

People who shared love close

More like this

Trending Topic