वक़्त के के ख़्याल हे यह सुनो कुछ तो कह रहे होंगे में क्यों न करु मातम इस दिन को , मेरे हिस्से के गुलाब उन्हें कोई और दे रहे होंगे -मो.रिज़वान मंसूरी Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto