Men walking on dark street कंगाल हो गया हूँ
मगर शान अभी है,
क़िस्तों में मर रहा हूँ
मगर जान अभी है....
लहरों सा टूटता हूँ मैं
जुड़ता हूँ बार-बार,
दरिया से मिल सकूँ
यही अरमान अभी है....
जंगल को काट-काट के
रस्ता तो कर लिया,
लेकिन सफ़र में और भी
व्यवधान अभी है....
मेरा वही हमराज़ है
हमदर्द भी वही,
फिर भी मेरे ग़मों से वो
अन्जान अभी है....
तू है तो मुश्किलें हज़ार
भी हैं कुछ नहीं,
तू है तो जिंदगी
मेरी आसान अभी है....
©Raj
#Emotional