फिर से रो दो गे के अब मुझे याद मत करना ।
डूब रहा हु आहिस्ता आहिस्ता बेह जानेदो।
अब फ़रियाद मत करना।।
टूट गया हूं अब बिखर रहा हु बिखर जाने दो।
अब मुझे आबाद मत करना।।
मै बढ़ऊ भी हाथ तो तुम मूह फेर लेना
मेरे हाथ के आगे हाथ मत करना
चुप चाप सहलो दर्दे जिगर ।
अब आवाज़ मत करना।।
आखरी पल हैं ये जुदाई के तोड़ दो सारे नाते।
अब कोई सुरूआत मत करना।।
कोन था वो क्या था ।
अब ( बलजिन्दर) की बात मत करना।।
©Baljinder Lahoria