"उसकी बातों में मासूमियत क्या खूब झलकती थी
चाँद तारों परियों और रानी की दुनिया में वो रहती थी
उसकी चेहरे पर काजल रात्रि सी सुकून थी
हाथों में सिक्के लिए वो सपने सब हासिल कर लेने की बुनती थी
वो बचपन की गुड़िया रानी घर में सबकी मुस्कान का गुल्लक थी
©anjali chaudhary
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