विद्वानों का मानना है कि जैसे खुशियां बांटने से
बढ़ती है वैसे ही ज्ञान भी बांटने से बढ़ता है।
पर, यह बात पूर्णतया निर्थक है कि उपदेश
देने वाला व्यक्ति अपने कथन को स्वयं के
जीवन में ढाल रहा है अथवा नहीं।
Scholars are of the opinion that
as Happiness increases by
sharing Happiness, Similarly
Knowledge increases by sharing
Knowledge.
But, it is absolutely meaningless
whether the person preaching
is implementing his thoughts in
his life or not.
©Dr Bibhash C Jha
#sharingthoughts