इस दिल को हर वक़्त तेरा ख़्याल क्यूँ आता है
हर चेहरे में मुझे तेरा चेहरा क्यूँ नज़र आता है
ज़रूरी तो नही था कि तू आके मुझसे मिलता -2
पर मिलकर दिल का हाल पूछने में तेरा क्या जाता है।
हम एक लम्हे के इंतज़ार में सदियां बिता रहे थे
तेरा हर लम्हा मेरे बिना कैसे बीत जाता है
दिल तो चाहता है कि तू आकर मुझे गले से लगा ले
पर ना जाने तेरा मुझे गले से लगाने में क्या जाता है।
माना कि इश्क़ हो और मुक्कमल हो
इस बात को तो नही मानते हैं हम भी
पर तेरा इश्क़ करने में क्या जाता है।
ये ज़रूरी नही की हर रिश्ता
दुनिया और घरवालों के लिए ही निभाओ तुम
कुछ रिश्तों को दिल के लिये भी तो निभाया जाता है।
©Alfaaz-E-Sukoon
#chaandsifarish आख़िर क्या जाता है✍️✍️🎶🎶