सब कुछ पाकर भी क्यों
खाली रहता है इंसान
स्वप्न के सागर में
क्यों डूबा रहता है संसार
क्षण भर में छूटेगा तन से प्राण
फिर किस चीज का है अभिमान
शांति के सरोवर में करता हूं स्नान
संतुष्टि से भरे हृदय से प्रभु को प्रणाम!
आनंद ही आनंद रहे
सबका हो कल्याण......
©अनुज
#prayer 'हिंदी मोटिवेशनल कोट्स'