"Alone अगर कभी किसी को तुम्हारी नशि हत की पड़े जरूरत
नर्म लहजे में दे दिया करो
वक़्त वक़्त की होती है बात
आज उसको तुम्हारी है
क्या पता कल उससे तुम्हारी हो"
Alone अगर कभी किसी को तुम्हारी नशि हत की पड़े जरूरत
नर्म लहजे में दे दिया करो
वक़्त वक़्त की होती है बात
आज उसको तुम्हारी है
क्या पता कल उससे तुम्हारी हो