छट जायेगा अंधेरा तु धिरज रख
सुरज के किरण का इंतजार कर
राञि के गर्भ मे छुपी प्रभा को देख
तु रात के सन्नाटे के बाद
गुणगुणाती मधुर प्रकृती को सुन
तु प्रेत से पड़े शरीरो को
उगते सुरज के साथ जन्म लेते देख
आशा निराशा का खेल चलता रहेगा
आशा के किरणोसे निराशा को परास्त कर
तु डर मत कठीनाईयो से
सीख ले तु संघर्ष करते योद्धायो से
©shital sharma
#Sunrise