"White सूरत पर ना जा मैं चोट खाए बैठा हूँ
सिरत से किसी की दिल लगाए बैठा हूँ
यूँ ना देख गौर से मुझें ऐ-मेरे दोस्त
मैं दोस्ती में भी ज़ख्म गहरे खाए बैठा हूँ
यूँ कर के मैं अब किसी से मिलता नहीं
जिसे दिल से चाहा उसे ही भुलाए बैठा हूँ
क्या ही करू तक़दीर से शिकायत भला
हाथो की लकीरों से जो धोखा खाए बैठा हूँ
— кυмαя✍️
©The Unstoppable thoughts"