"कुछ खास नहीं बस अपने ज़ज्बात लिख रही हूँ
आज फिर से अपने दिल की बात लिख रही हूँ
जब हम मिले थे वो हसीन यादों का दौर लिख रही हूँ
एक बार फिर से तुमसे मिलने की आस लिख रही हू
कुछ खास नहीं बस अपने ज़ज्बात लिख रही हूँ
दिल में जो दबे रह गये उन अधूरे खवाबों को लिख रही हूँ
जीवन की कुछ खट्टी मीठी यादों का हिसाब लिख रही हूँ
जो शायद कभी खत्म ना हो वो दास्तान लिख रही हूँ
कुछ खास नहीं बस अपने ज़ज्बात लिख रही हूँ ....
Nupur
Mere jajbaat...#Mere jajbaat#😊😊😊