सभी बेटियों को बेटी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
✍️✍️✍️K.shingh✍️✍️✍️
कितनी अजीब बात है ना हम इंसानों की जो पास है उसकी कदर नहीं और जो दूर है उसकी कीमत सबसे ज्यादा मेरे लिखने का मतलब यह नहीं कि हम सब सही है या हम सब गलत...
लेकिन आप सब जानते हैं पैरंट्स डे‚चिल्ड्रंस डे‚मदर्स डे‚फादर्स डे‚ डॉटर्स डे‚ यह खास दिन होते हैं उन बच्चों के लिए जो अपने माता-पिता को बहुत प्यार करते हैं उन माता-पिता के लिए जो अपने बच्चों को बहुत प्यार करते हैं...
जरा गौर फरमाइएगा क्या मात्र एक दिन को हमें पूरा साल समझ लेना चाहिए नहीं जिसने आपको जन्म दिया जिसने आपको शिक्षा दी उसके लिए मात्र एक दिन काफी नहीं है प्यार और सम्मान के भूखे इन रिश्तों को हर रोज थोड़ा-थोड़ सींचना पड़ता है जिससे यह हरे भरे और फलते-फूलते रहे साल में एक दिन किसी भी पौधे को पानी दोगे तो वह शायद ही उतना गहरा हरा भरा हो पाएगा
और ना ही साल भर की गलतियों की गांठ एक दिन में खुल जाएगी अपनों को अपनापन जताने के लिए आपको रोज कुछ समय उनको देना होगा जिससे आपको किसी खास एक दिन का इंतजार नहीं करना पड़े
24 सितंबर यानी कि आज बेटी दिवस मनाया जा रहा है हर अभिभावक अपने बेटियों के स्टेटस लगाकर कुछ गर्व भरी लाइन लिखकर उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं जबकि उनको मालूम नहीं की बेटी अपने पिता के आंगन की वह तुलसी होती है जो सुख जाए मगर अपनी जड़े कभी नहीं छोड़ती लेकिन जब सब अपनी बेटियों से इतना प्यार करते हैं तो दूसरों की बेटियों से नफरत क्यों अगर आपको आपकी बेटी की इज्जत खुशी इतनी प्यारी है तो दूसरों की बेटियों की क्यों नहीं
खेर यह सब छोड़िए क्योंकि दुनिया गोल भगवान ने शायद बनाई ही इसीलिए है कि हर चीज लौटकर जरूर आए
मैं सभी माता-पिता से यही कहना चाहूंगी अपनी बेटी को संस्कार देना बहुत अच्छी बात है लेकिन उसे यह भी सीखना की हर चीज की अति बहुत खराब है
सामने वाले का सम्मान खुलकर कीजिए लेकिन जब बात आत्म सम्मान पर आ जाए तो जवाब देने में बिल्कुल भी ना हिचकिचाए फिर चाहे सामने वाला नाराज क्यों न हों
क्योंकि सामने वाला सच में अगर ज्ञानी होगा तो वह आपसे ऐसी कोई बात नहीं करेगा बाकी ऊपर वाला सब देख रहा है
तुम बस आगे बढ़ो अपने सपनों को साकार करो और निडर होकर गलत का खुलकर विरोध करो जब सब कहते हैं आदमी अकेला आया है और अकेला जाएगा तो औरत अपने साथ कोई सेना तो शायद ही लेकर आई होगी तो शान से और बराबरी से जीने का हक सबको है.....
बस शांत लहरो की तरह बहती रहो और आगे बड़ो
लेकिन कोई अगर तुम्हें पत्थर मारे तो चट्टान बनकर उसका सामना जरूर करें
❤️नारी की शक्ति बदल सकती है दुनिया का दौर,
जब वो बनती है आवाज तो होता है समृद्धि और समाज का विकास पुरजोर।❤️
देश की सभी माताओं और बहनों को बेटी दिवस की हार्दिक शुभकामनाए ✍️✍️राइटर कविता सिंह ✍️✍️
©madhukvi
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