Ranjit Kumar sir abhi survaat गहराई की बताया था इस जहां ,
कोई उस गहराई को जानने को ही नहीं चाहता,
इस लिए धीरे -धीरे संसार समुद्र की गहराई को दिखाने की कोशिश कर रहा हूं Ranjit ji
हमारे शरीर में ही इस ब्रह्माण्ड का सबसे बड़ा समुद्र है।
हे इन्सान आप भी उसमें ही डुबने से डरते हो ।
जिसको हर पल साथ लिए चलते हो।
इस बहार वाले संसार समुद्र में नहाकर बड़े खुश होते हो ,हो रहे हो ये बाहर वाला ये समुद्र आपके ह्रदय के समुद्र के एक अंश मात्र है।
ऐसा मेरा हृदय से विश्वास है।
आपकी पोस्ट बहुत अच्छी लगी 👌 👌 👌 आपके विचार सचमुच आंखें खोल देने वाले हैं 🌹 🌹 🌹 💯