"कब तक????
आखिर कब तक मेरी झूठी कसमें खाओगे,
कब तक यूं ही बेवकूफ बनाओगे ,
अरे जानते अपनी जगह हम तुम्हारी जिंदगी में,
लेकिन कब तक मेरी मोहब्बत का मजाक
बनाओगे!
खुदा करे तेरी हो जाए एक कसम ये तेरी पूरी,
तमन्ना अब यही है दिल से,
सुकून मिलेगा तब मुझे भी अब
जब मेरा जनाजा उठते देखने आओगे।।
©Suditi Jha
"