साँसों का यूँ किराया अदा कर रहा हूँ मैं होटों पे मुस्कुराहटो को भर रहा हूँ मैं। पैवंद सिर्फ जिस्म नहीं रूह तक में है जैसे किसी फकीर की चादर रहा हूँ मैं। तुम कहे रहे हो सब यहाँ महेफुज है मगर बेटी को अपनी देखके ही डर रहा हूँ मैं। Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto