इंसान हूं इंसान चाहिए
कहीं से भी मिले बस एक खुशी का बहाना चाहिए
क्या तेरा है क्या मेरा है
नही उलझना इन में मुझ को
बस इस नीरस जीवन में खुशी चाहिए
मेरा नही तेरा त्यौहार है
तेरा नही मेरा त्यौहार
इन सब से ऊपर उठना चाहिए
इंसान हूं खुशी का बहाना चाहिए
होली भी अपनी ईद भी अपनी
दीवाली अपनी गुरुपर्व भी अपना है
पूरब क्या पश्चिम क्या
उत्तर दक्षिण क्या
पूरा भारत अपना है
तेरा है ना मेरा है
भारत तो हम सब का है
हिंदू,मुस्लिम, सिख,ईसाई, बौद्ध,जैन और समुदाई
सब ने ही भारत की जग मे शान बढ़ाई
सुख दुख के हम साथी है
भारत के हम भारती है Pramendra Kumar की कलम से🌹🙏
🌹🙏 अंग्रेजी तारीख से सभी भारत वासियों को नए साल की बहुत बहुत बधाई शुभकामनाए 🌹🙏🌹🙏🌹
©Pramendra Kumar