इल्तिजा हैं इतनी सी कि सर झुक जाए उनके आगे
हमारी हिफाज़त में जिन मां के लालो ने शहादत पर अपने
प्राण त्यागें हैं ...
औकात नहीं मेरी कलम की उनके वजूद को लिखने की
इसलिए महज इंकलाब जिंदाबाद लिखकर मैंने कलम तोड़े हैं
🌺श्रद्धांजलि 🌺
©Sapna Singh
उन वीर शहीदों को नमन 🙏🇮🇳