टूटे हो इश्क में...आओ, बैठो...
मेरी कुछ बातें... सुनो ना....!!
सिगरेट ,दारू और हाथों की नसें काटना....
यह पुरानी बातें हैं...!!
अब तुम, मंजिले अपनी...कुछ और चुनो ना...
लौट गई..तो जाने दो..अब कुछ ऐसा करो ना..
जो ख्वाब बन गई तेरे लिए..
अब ख्वाब उसका तुम बनो ना...!!
इश्क अधूरा रहा...कह दो... वह अब अंजाम देखेगी...
तुम्हें मंजिल मिलेगी... और दुनिया इंतकाम देखेगी....
ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतकाम देखेगी