तेरे प्यार के बराबरी कभी कर पाऊं ये नहीं पता,,,
कभी दर्द करे सर तुम्हारा काम के दौरान,,
एक कप चाय दे जाऊ तो चलेगा क्या......
तुम्हारी मुस्कुराहट मुझे अजीज हैं बड़ी
इसे कभी जाने ना दूं तो चलेगा क्या....
मेरी मिल्कियत हो तुम
हर मुश्किल में पीछे सदा पाओगी तो चलेगा क्या...
लोग जताते हैं प्यार को शब्दों में हजारों तरह
मैं एहसासों से रुबरू कराऊं तो चलेगा क्या....
लोग देते हैं कुर्बानियां लाखो इश्क में,
मैं तुम्हारी आखिरी सांसों तक हूं साथ ये वादा करू तो चलेगा क्या...
©KAJAL The Poetry Writer
#teatime
तेरे प्यार के बराबरी कभी कर पाऊं ये नहीं पता,,,
कभी दर्द करे सर तुम्हारा काम के दौरान,,
एक कप चाय दे जाऊ तो चलेगा क्या......
तुम्हारी मुस्कुराहट मुझे अजीज हैं बड़ी
इसे कभी जाने ना दूं तो चलेगा क्या....