जिस मिट्टी के स्वभाव में स्वाभिमान है हम उसी मिट्ट | हिंदी शायरी

"जिस मिट्टी के स्वभाव में स्वाभिमान है हम उसी मिट्टी के बने है ! इसलिए हम कभी भी क़लम का समझौता नहीं करते हैं और झूठी वाह वाही (दाद) लेने-देने कि सौदेबाजी नहीं करते हैं। इसलिए हमसे उतनी ही मोहब्बत करना जितनी निभा सको क्योंकि हम मोहब्बत में जां लूटा सकते हैं तो जान ले भी सकते हैं। ©Vishalkumar "Vishal""

 जिस मिट्टी के स्वभाव में स्वाभिमान है हम उसी मिट्टी के बने है !
इसलिए हम कभी भी क़लम का समझौता नहीं करते हैं और 
झूठी वाह वाही (दाद) लेने-देने कि सौदेबाजी नहीं करते हैं।
इसलिए हमसे उतनी ही मोहब्बत करना जितनी निभा सको
क्योंकि हम मोहब्बत में जां लूटा सकते हैं तो जान ले भी सकते हैं।

©Vishalkumar "Vishal"

जिस मिट्टी के स्वभाव में स्वाभिमान है हम उसी मिट्टी के बने है ! इसलिए हम कभी भी क़लम का समझौता नहीं करते हैं और झूठी वाह वाही (दाद) लेने-देने कि सौदेबाजी नहीं करते हैं। इसलिए हमसे उतनी ही मोहब्बत करना जितनी निभा सको क्योंकि हम मोहब्बत में जां लूटा सकते हैं तो जान ले भी सकते हैं। ©Vishalkumar "Vishal"

This is Vishalkumar Vishal
#NojotoFilms

People who shared love close

More like this

Trending Topic