लहर उठी थी एक,
दिल के समुंदर में,
कह गई एक हवा चुपके से कानों में,
जिंदा है तू लेकिन जी नहीं रहा,
जिंदा है तू लेकिन जी नहीं रहा,
जीना शुरु कर अब की,
हवा बदल रही है।
खुश रहा कर,
जो है उसमें खुश रहा कर,
इतना उदास ना हो,
कि अभी दुनिया खत्म नहीं हुई है।।
- श्रेया
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लहर उठी थी एक,
दिल के समुंदर में,
कह गई एक हवा चुपके से कानों में,
जिंदा है तू लेकिन जी नहीं रहा,
जिंदा है तू लेकिन जी नहीं रहा,
जीना शुरु कर अब की,
हवा बदल रही है।
खुश रहा कर,