जहां जाएं वहां तुम्हीं को मुजरिम बताते हैं ,
हर कहानी में तुम्हारा ही किरदार अधूरा दिखाते हैं ।।
बेवफ़ा, धोखेबाज और ना जानें क्या क्या तुम्हें बुलाते हैं ,
हर गलती को तुम्हारे सर ही मढ़ते हैं ।।
और यूं खुद को कभी दोषी नहीं बताते हैं ,
गर तुम इतनी ही झूठी थीं तो क्यों तुम्हें आज भी याद करते हैं ।।
सारे लेखक तुम्हें ही लिखकर नाम पाना चाहते हैं ,
असलियत से दूर झुटो के शहर में अपना आशियां बनाना चाहते हैं ।।
और उस आशियाने में तुम्हें बेवफ़ा जानकर उन्हीं तन्हाइयो में जीना भी चाहते हैं ,
शायद वैसे कुछ तो बात रही ही होगी जो इतना कुछ बताना चाहते है ।।
अपनी तन्हाई के हर लम्हे को शब्दों की डोर में पिरोना चाहते हैं ,
बाकि बची ज़िन्दगी को बस तुम्हारे लौट आने की आस में बिताना चाहते हैं ।।
@लेखकRai
#Rishta #Nojotovoice