محفل बहुत मजबूर हो कर मैंने तुझे छोड़ा तू नहीं जानता मैंने तेरे लिए क्या-क्या छोड़ा, एक तो छोड़ा मैंने जीने का ख्वाब अपना फिर आंख बन्द की और सांसों की तलब को छोड़ा।। ढ ©Safarsukoonka Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto