دوست افّک دوستی اف ، یار اف یارانہ اف ہوش افّک سار اف، دیوان اف دیوانہ اف زندگی اے دربدر انتے نی پو مفَیسا زند افّک زندگی اف، فوت و اف موت و اف (عاصم شہزاد) My plBrahvi poetryमोबाइल कà¥à¤¯à¤¾ आ गठहाथ में, तà¥à¤® तो हमें ही भूल गà¤à¥¤ ह. मोबाइल कà¥à¤¯à¤¾ आ गठहाथ में, तà¥à¤® तो हमें ही भूल गà¤à¥¤ हमसे पढ़ना लिखना सीख कर, अब तà¥à¤® हमें ही ठà¥à¤•à¤°à¤¾ चले गà¤à¥¤ अब हम फिजूल और मोबाइल जरूरी हो गà¤à¥¤ अब हम से सीखने वाले बैकवरà¥à¤¡ और मोबाइल से सीखने वाले समारट हो गà¤à¥¤ मानते हैं कि मोबाइल बà¥à¤°à¤¾ नहीं है, बà¥à¤°à¤¾ हो गया है नज़रिया तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾, जो अब भाती नहीं हैं हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚। याद करके तो देखो ज़रा कितने खूबसूरत थे वो पल, जो तूम बिताया करते थे हमारे संग हर रोज़। पर अब तो जैसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास वकà¥à¤¤ ही नहीं है हमारे लिà¤à¥¤ पर हम आज भी वहीं किसी कोने में पड़ी, कर रही हैं इनà¥à¤¤à¤œà¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾à¥¤ -तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ किताबें ©Kapil Sharma #NojotoQuote fresh writing 😊✌ love the book's... 📖📓📒📑📚📙📑 Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto