जो कभी मिला ही नहीं उसे खोने का डर कैसा?
रिश्ता समंदर और आसमा जैसा,
शायद नाराज है वो मुझसे
और गम बेहिसाब,
नही वो कोई महिला मित्र नही हमारी
वो कोने में बैठी रूठी किस्मत है हमारी,
हाँ वो कोने में बैठी टूटी हिम्मत है हमारी,
©Unbounded boy
जो कभी मिला ही नहीं
उसे खोने का डर कैसा?
रिश्ता समंदर और आसमा जैसा,
शायद नाराज है वो मुझसे
और गम बेहिसाब,
नही वो कोई महिला मित्र नही हमारी
वो कोने में बैठी रूठी किस्मत है हमारी,
हाँ वो कोने में बैठी टूटी हिम्मत है हमारी,